Advertisement
trendingPhotos/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2377606
photoDetails1mpcg

पुत्रदा एकादशी आज: अपनाएं ये 7 उपाय, प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु, नहीं होगी आर्थिक तंगी!

Putrada Ekadashi 2024: सावन के महीने में आने वाली पुत्रदा एकादशी का सनातन धर्म में बहुत महत्व है. सावन पुत्रदा एकादशी व्रत 16 अगस्त 2024 यानी आज ये व्रत रखा जाएगा. साथ ही इस दिन भगवान विष्णु की पूजा बहुत खास मानी गई है. पुत्रदा एकादशी के दिन आप कुछ आसान से उपाय अपना कर आप विष्णु भगवान की कृपा पा सकते हैं.

1/8

Putrada Ekadashi ke Upay: इस साल पुत्रदा एकादशी का व्रत 16 अगस्त को रखा जाएगा. सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि  पर भगवान विष्णु का विधिवत पूजा का बहुत महत्व है. पंडित सच्चिदानंद त्रिपाठी बताते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है. साथ ही आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने में भी मदद मिलती है. जानिए उन उपायों के बारे में- 

 

भगवान विष्णु का अभिषेक

2/8
भगवान विष्णु का अभिषेक

पुत्रदा एकादशी पर विष्णु भगवान को प्रसन्न करने के लिए कच्चे दूध से उनका अभिषेक करें. मान्यता है कि इस उपाय को करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है.

 

चंदन से तिलक

3/8
चंदन से तिलक

मान्यता है कि इस दिन दिन चंदन में गुलाब जल मिलाकर भगवान विष्णु का तिलक करने से मनोकामना पूरी होती है. भगवान विष्णु का चंदन से तिलक करने के बाद विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें.

 

हलवे का भोग

4/8
हलवे का भोग

पुत्रदा एकादशी पर भगवान विष्णु को हलवे का भोग लगाना शुभ माना गया है. साथ ही भगवान नारायण को तुलसी जल अर्पित करना भी अच्छा माना गया है.

 

दान

5/8
दान

पुत्रदा एकादशी के दिन काले तिल, जूते, सहित कई चीजों का गरीबों को दान करने से आर्थिक तंगी दूर होती है.

 

विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ

6/8
विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ

भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. साथ ही भगवान विष्णु को खीर अर्पित करें. मान्यता है कि ऐसा करने से विष्णु काफी प्रसन्न होते हैं.

 

गौ माता की सेवा

7/8
गौ माता की सेवा

पुत्रदा एकादशी के दिन गौ माता की सेवा करने और गौ माता को चारा खिलाना शुभ माना गया है.

 

मंत्र का जाप

8/8
मंत्र का जाप

पुत्रदा एकादशी पर पूजा के समय 'ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः' मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे मन को शांति मिलती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है.