सौदेबाजी और महत्वाकांक्षी राजनीति का अनुभव नहीं था इसलिए सरकार हाथ से गई: कमलनाथ
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सौदेबाजी और महत्वाकांक्षी राजनीति का अनुभव नहीं था इसलिए सरकार हाथ से गई: कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं था कि हमारे विधायक प्रलोभन और सौदेबाजी का शिकार हो जाएंगे. यहां मैं गलत साबित हो गया. शायद मुझे इसका अनुभव नहीं था.

फाइल फोटो

हरीश दिवेकर/भोपाल: मध्य प्रदेश में सरकार गंवाने के बाद अब कांग्रेस के दिग्गज नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, ''मैं कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा, मुझे 40 साल की राजनीति का अनुभव है, लेकिन सौदेबाजी और महत्वकांक्षी राजनीति का अनुभव नहीं था. इसलिए शायद अपनी सरकार नहीं बचा पाया और ये हाथ से चली गई.'' ये बात उन्होंने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कही.

साबित करना चाहता था मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर है: कमलनाथ
रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुझे 15 महीने की सरकार में काम करने के लिए साढ़े बारह महीने मिले. मैं साबित करना चाहता था कि मुंह चलाने और सरकार चलाने में क्या अंतर है, लेकिन इसके पहले ही कुछ विधायकों की महत्वकांक्षा का फायदा उठाते हुए भाजपा ने सरकार गिरा दी. कमलनाथ ने कहा कि एक बात तो साफ है मुझे भी मुख्यमंत्री का पद छोड़कर राहत मिली है पहले 8 दिन का सप्ताह होता था अब 7 दिन का सप्ताह हो गया है.

''भरोसा नहीं था कि विधायक प्रलोभन और सौदेबाजी का शिकार हो जाएंगे''
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं था कि हमारे विधायक प्रलोभन और सौदेबाजी का शिकार हो जाएंगे. यहां मैं गलत साबित हो गया. शायद मुझे इसका अनुभव नहीं था. एक अन्य सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में 24 सीटों पर उप चुनाव होना है उसमें स्पष्ट हो जाएगा कि मध्य प्रदेश की जनता क्या चाहती है. राजनीति​ तेजी से बदल रही है. आज कहूं कि 40 साल पहले मैं जिस तरह चुनाव लड़ता था आज भी उसी तरह लडूं तो नहीं चलेगा. जनता जागरुक हो गई है. अब वो बोलती नहीं है. महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा सबके सामने है. जनता जानती है कि उसने जिनको जीताकर सरकार में भेजा था वे आज अपने स्वार्थ के लिए सरकार को गिराकर दूसरे दल में शामिल हो गए हैं. उन्हें उसका जवाब उप चुनाव में जरूर मिलेगा. मुझे पूरा विश्वास है कि 24 में से 20 से 22 सीटें जीतेंगे.

''जनता के सामने रखेंगे किस विधायक ने क्या काम किया''
कमलनाथ ने कहा कि ये गलत है कि विधायक दुखी होकर गए हैं उनकी कोई सुनवाई नहीं होती थी. हम जनता के सामने रखेंगे किस-किस विधायक के क्या-क्या काम किए. हमारे पास पूरी सूची है. उन्होंने भाजपा के उस दावे को भी नकारा है जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी छलावा है. कमलनाथ ने कहा कि कर्जा हवा में माफ नहीं हुआ, सब दस्तावेजों में है. किसानों के नंबर सरकार के रिकॉर्ड में है. हमारे सामने किसान कर्ज माफी बड़ी चुनौती थी, लेकिन हमने इसके बावजूद दो चरणों में 82 लाख किसानों का कर्जा माफ किया. तीसरा चरण एक जून से शुरू होना था सरकार चली गई. हमें उम्मीद है कि भाजपा सरकार बकाया किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्जा माफ करेगी. हमने 17 अप्रैल से कर्मचारियों का महंगाई भत्ता देने की घोषणा की थी, इसे रोक दिया गया.

दीपक बावरिया के इस्तीफे पर कमलनाथ की प्रतिक्रिया
दीपक बा​वरिया को हटाए जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि वे अस्वस्थ थे. भोपाल में ही उन्हें पहला अटैक आया था. इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है. मुकुल वासनिक को पुराना अनुभव है इसलिए उन्हें बनाया गया है. इसका पार्टी को भी फायदा मिलेगा. कमलनाथ ने ये भी कहा कि मुझे इस बात का बेहद दुख है ​इस बात का प्रदेश में इतनी गंभीर स्थिति है कोविड के कारण हो गई है, लेकिन भाजपा अपना मंत्रिमंडल नहीं बना पाई.

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