Mowgli Ka Asli Ghar: जंगल-जंगल बात चली है पता चला है... ये मशहूर गाना और मोगली तो आपको याद ही होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि जंगल बुक वाले मोगली का असली घर मध्य प्रदेश में ही है. जानें MP के किस जंगल में रहता था मोगली और कहां गाता था ये गाना...
Pench Tiger Reserve: फेमस 'द जंगल बुक' का मेन कैरेक्टर मोगली आज भी लोगों के जहन में है और उसका गाना 'जंगल-जंगल बात चली है पता चला है...'जुबान पर रहता है. लेखक रुडयार्ड किपलिंग ने 'द जंगल बुक' में जिन पहाड़ों का जिक्र किया है वो MP के पेंच टाइगर रिजर्व से मिलते हैं. यही कारण है कि माना जाता है मोगली का असली घर मध्य प्रदेश में है.
द जंगल बुक- फेमस कार्टून 'द जंगल बुक' को लेखक रुडयार्ड किपलिंग ने लिखा है. इसमें जंगल में रहने वाले एक लड़के की कहानी बताई गई है, जो जानवरों के साथ रहता और खेलता-कूदता है. बच्चे का नाम मोगली है. इसमें जिन पहाड़ों को बताया गया है वो पेंच टाइगर रिजर्व से बहुत मिलते हैं.
पेंच टाइगर रिजर्व- पेंच टाइगर रिजर्व सतपुड़ा की पहाड़ों पर स्थित है. ये रिजर्व 758 स्क्वेयर KM में फैला हुआ है, जिसमें 299 वर्ग KM इंदिरा प्रियदर्शिनी पेंच राष्ट्रीय उद्यान का मुख्य क्षेत्र और मोगली पेंच अभयारण्य है. वहीं, 464 वर्ग KM पेंच राष्ट्रीय उद्यान बफर क्षेत्र है.
मोगली का घर- मध्य प्रदेश को मोगली का जन्म स्थल माना जाता है. 'द जगंल बुक' में मोगली और पेंच का जिक्र होने के कारण पेंच टाइगर रिजर्व को मोगली का असली घर और मोगली लैंड भी कहा जाता है.
सफारी का मजा- पेंच टाइगर रिजर्व में आप जीप सफारी, हाथी सफारी, नाव सफारी, और मनमोहक प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकते हैं. यहां 1200 से ज्यादा प्रजातियों के पौधे मौजूद हैं.
फेमस टूरिस्ट प्लेस- मध्य प्रदेश का पेंच टाइगर रिजर्व बहुत ही फेमस टूरिस्ट स्पॉट है. यहां न सिर्फ देश के कोने-कोने से बल्कि विदेशी सैलानी भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
कैसे पहुंचे पेंच टाइगर रिजर्व- पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी जिले में है. यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जबलपुर है. इसके अलावा सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन सिवनी है. यहां से लोकल टैक्सी के जरिए आप पेंच टाइगर रिजर्व पहुंच सकते हैं.
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