अमित शाह का जबलपुर दौरा कल, जानिए बीजेपी के लिए क्यों है इतना अहम?
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh988000

अमित शाह का जबलपुर दौरा कल, जानिए बीजेपी के लिए क्यों है इतना अहम?

अपने दौरे पर अमित शाह उज्जवला योजना कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. आदिवासी सम्मलेन के दौरान आदिवासी नेता, कार्यकर्ता, विधायक और सांसद शामिल होंगे. इसके बाद अमित शाह नर्मदा आरती में भी शामिल होंगे. 

फाइल फोटो.

प्रमोद शर्मा/भोपालः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल यानी कि शनिवार को जबलपुर दौरे पर आ रहे हैं. अमित शाह के इस दौरे के लिए पूरे जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. केंद्रीय गृह मंत्री का यह दौरा बेहद अहम है. दरअसल इस दौरे की बदौलत भाजपा की कोशिश है कि प्रदेश के आदिवासी मतदाताओं को साधा जाए. माना जा रहा है कि अमित शाह अपने जबलपुर दौरे के दौरान आदिवासियों के लिए बड़ी घोषणा कर सकते हैं. 

क्या है कार्यक्रम
अमित शाह जबलपुर में राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करेंगे और फिर आदिवासी सम्मेलन में करीब 3 हजार आदिवासियों को संबोधित करेंगे. गृहमंत्री के कार्यक्रम के अनुसार, वह शनिवार सुबह 11.30 बजे जबलपुर पहुंचेंगे. इसके बाद वह मालगोदाम स्थित राजा शंकर शाह और उनके बेटे कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करेंगे. अमित शाह जबलपुर में 8 घंटे से ज्यादा समय तक रहेंगे. 

अमित शाह इस दौरान पर जनजातीय नायकों का गौरव सम्मान, उज्जवला योजना आदि कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे. आदिवासी सम्मलेन के दौरान आदिवासी नेता, कार्यकर्ता, विधायक और सांसद शामिल होंगे. इसके बाद अमित शाह नर्मदा आरती में भी शामिल होंगे. 

जानिए बीजेपी के लिए क्यों है अहम?
प्रदेश के आदिवासी मतदाताओं को लुभाने के लिए अमित शाह का यह दौरा 2023 विधानसभा चुनाव के लिहाज से बीजेपी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. जबलपुर प्रदेश के महाकौशल इलाके का हिस्सा है और महाकौशल में आदिवासियों की तादाद काफी ज्यादा है. महाकौशल के कई जिले आदिवासी प्रभुत्व वाले हैं. यहां विधानसभा की 38 विधानसभा सीटें हैं. वहीं पूरे प्रदेश में 84 सीटों पर आदिवासियों का गहरा असर है. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इन 84 में से सिर्फ 34 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 59 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 

यही वजह है कि 2023 विधानसभा चुनाव में जीत के लिए पार्टी की कोशिश है कि महाकौशल इलाके में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाया जाए. यही वजह है कि अमित शाह का यह दौरा भाजपा के लिए आदिवासी मतदाताओं को साधने की शुरुआत माना जा रहा है. 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. 3500 जवान और 83 पुलिस अधिकारी अमित शाह के दौरे की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं. इनमें 6 डीआईजी और 14 थाना प्रभारी शामिल हैं. इनके अलावा 16 एआईजी, एसपी और डीएसपी भी सुरक्षा की निगरानी करेंगे. इनके अलावा सीसीटीवी कैमरें, ड्रोन के जरिए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है. 

राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर हो सकता है फैसला
अमित शाह के जबलपुर दौरे के दौरान राज्य में एक सीट पर होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के नामों पर चर्चा हो सकती है. इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार का जीतना तय है. संभावित उम्मीदवारों की बात करें तो कैलाश विजयवर्गीय के अलावा विनोद गोटिया, कृष्ण मुरारी मोघे, भाजपा अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य के नाम की भी चर्चा है. 

Trending news