मध्य प्रदेश में बारिश और बाढ़ के कारण किसान परेशान था. कई इलाकों में उसकी फसल खेत में ही तबाह हो गई. कुछ लोग उसे बचाकर मंडी तक पहुंचा पाए, लेकिन यहां उनकी मेहनत की कदर नहीं है. ऐसा ही कुछ हाल दिखा मध्य प्रदेश के दमोह जिली की मंडी में...
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दमोह। सरकार की ओर से अधिकरी हर साल किसान से अनाज खरीद लेते हैं, लेकिन इसकी कितनी कदर होती है ये किसी से छिपा नहीं है. किसानों को फसल बेचने के बाद भले ही उसके दाम मिल जाते हो, लेकिन हर साल ये प्रशासनिक लापरवाही के कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. वहीं कई बार मंडी में फसल बिकने से पहले ही लापरवाही के कारण किसानों का भारी नुकसान हो जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ है दमोह की सबसे बड़ी मंडी में.
हाथ पर हाथ धरे बैठा मंडी प्रबंधन
मध्य प्रदेश की दमोह मंडी पशुओं ने किसानों के अनाज पर धावा बोल दिया. इससे कुछ दिनों में लाखों रुपए का नुकसान हो गया है. किसान इस समस्या से खासा परेशान हैं, लेकिन मंडी प्रबंधन सिक्योरिटी गार्ड्स का टेंडर खत्म होने की दलील दे रहा है और सुरक्षा का इंतजाम करने की बात कही जा रही है.
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जिसे की सबसे बड़ी मंडी में लापरवाही
ये सब जिले की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में हो रहा है. दमोह की कृषि उपज मंडी में किसान अपनी बची हुई फसलें लेकर आ रहे हैं ताकि उनका गुजर बसर हो सके, लेकिन यहां अनाज के ढेर लगाना मतलब अपने अनाज को जानवरों के लिए परोसने जैसा है. मंडी में घूम रहे सैकड़ों जानवर ये अनाज खा रहे हैं और मंडी प्रबंधन हाथ पर हाथ रखे बैठा है.
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अव्यवस्थाओं के कारण किसानों का नुकसान
कृषि मंडी में फैली अव्यवस्थाओं की वजह से यहां किसानों की फसलें उसी दिन नहीं बिक पाती जिस दिन वो फसल लेकर पहुंचते हैं. उन्हें कभी दो दिन तो कभी तीन तीन दिनों का इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में शेड्स के बाहर किसानों को अपनी फसल खोलकर रखनी पड़ती है, ताकि नियम के मुताबिक उनका नंबर आये तो अनाज की नीलामी हो सके, लेकिन उनका अनाज खोलकर रखना जानवरो के लिए खुली दावत साबित हो रहा है.
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नींद का लगना पशुओं का न्यौता
दिन भर तो किसान जैसे तैसे जानवरों से अपनी फसलें बचा लेते हैं, लेकिन रात में थका हारा किसान गलती से अपनी आंख लगा ले तो समझिए सुबह अनाज का ढेर खत्म मिलेगा. पिछले कई दिनों आए चली आ रही इस अव्यस्था की वजह से किसानों के लाखों रुपये के अनाज को जानवर खा चुके हैं और हालातों पर मंडी अधिकारी सिक्योरिटी गार्ड्स का टेंडर खत्म होने की दलील दे रहे हैं. मंडी अधिकारी की मानें तो जल्द यहां काऊ केचर्स भी लगाए जाएंगे.