Samrat Chaudhary: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जल्द ही अपना मुरेठा खोलने वाले हैं, लेकिन उससे पहले राजसत्ता की देवी पीतांबरा माई के दर्शनों के लिए दतिया पहुंचे. उनका यह दौरा अहम माना जा रहा है.
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Pitambara Mandir: मध्य प्रदेश पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने मुरेठा खोलने वाले संकल्प पर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. सम्राट चौधरी अपना मुरेठा अयोध्या में खोलने वाले हैं, लेकिन उससे पहले उन्होंने परिवार सहित दतिया में स्थित राजसत्ता की देवी मां पीताबंरा के दर्शन किए. इससे पहले सम्राट चौधरी ग्वालियर के सांसद भारत सिंह कुशवाहा के घर पर पहुंचे और कई मुद्दों पर बयान दिए.
2 जुलाई को खोलेंगे मुरेठा
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपने सिर पर मुरेठा बांधे रहते हैं. लेकिन अब वह यह मुरेठा 2 जुलाई को अयोध्या में खोलने वाले हैं. लेकिन मुरेठा खोलने से पहले वह दतिया के पीतांबरा मंदिर पहुंचे और माई के दर्शन किए. राजनेताओं के लिए यह मंदिर अहम माना जाता है. ऐसे में जब उनसे मुरेठा खोलने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा 'मैं दो तारीख को अयोध्या जाऊंगा और भगवान राम के दर्शन करने के बाद मुरेठा खोलूंगा. हम तो भगवान राम के वंशज हैं लव कुश समाज से आते हैं तो हम भगवान राम के दर्शन करेंगे और यह मुरेठा (पगड़ी) खोलने का जो मेरा प्रयत्न था वह मैं वहां खोलूंगा, क्योंकि हमने यह प्रयत्न किया था कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाना है, हटा दिया फिर भाजपा ने समर्थन दिया और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया. इसलिए अब भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश के हित में मैं भगवान राम को मैं अपना पगड़ी समर्पित करूंगा.'
नीतीश कुमार पर लिया था संकल्प
बिहार में जब नीतीश कुमार ने दोबारा से आरजेडी के साथ सरकार बना ली थी, तब सम्राट चौधरी ने अपने सिर पर मुरेठा बांध लिया. उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक नीतीश कुमार को सीएम पद से नहीं हटा दे देते तब तक वह मुरेठा नहीं खोलेंगे. लेकिन बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में नीतीश कुमार ने फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली और उनकी ही सरकार में सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बन गए.
राजसत्ता की देवी के करेंगे दर्शन
बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, जो न केवल बिहार बल्कि देश के लिहाज से भी अहम माने जा रहे हैं. ऐसे में 2 जुलाई को मुरेठा खोलने से पहले सम्राट चौधरी का दतिया के पीतांबरा मंदिर में दर्शन करने जाना भी अहम माना जा रहा है. क्योंकि पीतांबर मंदिर को लेकर मान्यता है कि जो भी नेता यहां दर्शन करने आता हैं उन्हें सत्ता की प्राप्ति होती है. इसके अलावा अगर किसी नेता पर कोई परेशानी चल रही हो तो पीतांबरा मंदिर में दर्शन करने से उसका भी समाधान होता है.
जातिगत जनगणना का किया समर्थन
सम्राट चौधरी सबसे पहले ग्वालियर में बीजेपी सांसद भारत सिंह कुशवाहा के घर पहुंचे और यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. वहीं जातिगत जनगणना को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा 'बीजेपी ने सपोर्ट कर के जातीय सर्वे वहां कराया था और भाजपा इसकी विरोधी नहीं है, गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट तौर पर कहां की हम विरोधी नहीं हैं हम चाहते हैं की सबकी जांच हो सबका पता चले कौन कहां है और किसकी कितनी जनसंख्या है, हम उचित समय पर निर्णय लेंगे. वहीं नीट एग्जाम की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ले इसको लेकर डिप्टी सीएम ने कहा राहुल गांधी क्या कहते हैं इसका उन्हें खुद पता नहीं होता है. देश में उनके पिताजी ने क्या कृत किया है पूरा हिंदुस्तान ने देखा है मंडल कमीशन इस देश में लागू हो रहा था तब राजीव गांधी ने इसका विरोध किया था. जब दलित और आदिवासियों आरक्षण 1952 में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने दिया था तब भी पंडित नेहरू विरोध कर रहे थे. इसलिए आरक्षण विरोधी कांग्रेस है. आरक्षण विरोधी इंडिया गठबंधन है.
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