छठ से पहले लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, 72 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
mp news-भोजपुरी लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है. दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन के जानकारी उनके बेटे अंशुमन ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए साझा की.
madhya pradesh news-अपनी मधुर आवाज से लोगों का मन मोहने वाली शारदा सिन्हा हमेशा के लिए चुप हो गई हैं. 72 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है, दिल्ली एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली. छठ पूजा के नहाय-खाए वाले दिन शारदा सिन्हा ने हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया.
शारदा सिन्हा के छठ के गीत लोगों को इमोशनल कर देते थे.शारदा सिन्हा की भले ही इस दुनिया में नहीं रहीं पर उनकी आवाज उनके चाहने वालों का हमेशा मनोरंजन करती रहेगी.
बेटे ने दी जानकारी
शारदा सिन्हा की तस्वीर शेयर करते हुए उनके निधन की खबर की पुष्टि बेटे अंशुमन सिन्हा ने की है. शारदा सिन्हा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर फोटो पोस्ट करते हुए अंशुमन ने लिखा 'अंशुमन सिन्हा द्वारा किया गया पोस्ट. आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मईया ने अपने पास मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं.
आखिरी गाना हुआ रिलीज
शारदा सिन्हा का आखिरी छठ गीत एक दिन पहले ही रिलीज हुआ था. हर साल छठ के मौके पर उनके नए गीत रिलीज किए जाते थे. शारदा सिन्हा का निधन भी छठ पर्व के दौरान ही हुआ है. उनका आखिरी गीत 'दुखवा मिटाईं छठी मइया' है. उन्होंने अपने करियर में 62 छठ के गाने गाए, उन्हें बिहार कोकिला कहा जाता था.
छठ पूजा का खास महत्व
सनातन धर्म में छठ पूजा का विशेष महत्व माना जाता है, इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है. इस दिन से महिलाएं छठी मैया की पूजा करती है. माना जाता है कि छठ पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है. छठ पूजा के लिए भोपाल के अलावा मध्य प्रदेश के दूसरे बड़े शहरों में भी खास तैयारियां की जा रही हैं.