इंदौर में रहकर अमेरिका में ठगी करने वाले जालसाज को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई लगातार आरोपी को पकड़वाने के लिए इंदौर क्राइम ब्रांच के संपर्क में थी.
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राजू प्रसाद/इंदौर: साल 2020 में दर्ज प्रकरण के बाद से फरार चल रहे ठग के मामले में इंदौर क्राइम को बड़ा सफलता हाथ लगी है. क्राइम ब्रांच की टीम ने उत्तराखंड से इंटरनेशनल कॉल सेंटर के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर 20 हजार का इनाम भी था. वहीं अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) भी लगातार इंदौर पुलिस के संपर्क में थी, ताकि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद असलियत पता चल सके.
ऐसे बनाया जाता था शिकार
बता दें इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र की कमर्शियल बिल्डिंग में ठगोरे करण भट्ट ने इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोला था. जहां कॉल सेंटर कर्मचारियों द्वारा अमेरिकन एक्सेंट में बातचीत कर अमेरिका में रहने वाले लोगों को अपने जाल में फंसाया जाता था. इसके साथ ही इस कॉल सेंटर से निवेश सहित सोशल सिक्योरिटी नम्बर का किसी भी क्रिमिनल केस में उपयोग का डर दिखाकर धोखाधड़ी की जाती थी.
2 से 4 हजार अमेरिकी नागरिकों से ठगी
क्राइम ब्रांच के मुताबिक अब तक मुख्य सरगना करण भट्ट ने जालसाजों की टीम के साथ 2 से 4 हजार अमेरिकी नागरिकों से हाजारों डॉलर की ठगी की है. डीसीपी क्राइम ब्रांच निमिष अग्रवाल ने बताया कि 2020 में क्राइम ब्रांच में एक प्रकरण कायम हुआ था, जिसमे अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी करने के लिए फर्जी कॉल सेंटर संचालित हो रहा था. मुख्य आरोपी करण भट्ट उस समय से ही फरार था.
चंडीगढ़ में भी फैलाया था जाल
डीसीपी के मुताबिक करण भट्ट ही कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड था और उस के इशारे पर अमेरिकन्स के साथ ठगी की जाती थी. उन्होंने बताया कि इस मामले में इंदौर पुलिस अमेरिकीय जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) से भी लगातार संपर्क में थी. जानकारी ये भी मिली कि इसी तरह का कॉल सेंटर आरोपी चंडीगढ़ में भी संचालित कर रहा था. इस संबंध में चंडीगढ़ पुलिस को सूचना दी गई है.
इंदौर में दस्तक दे सकती है FBI
आरोपी से अभी पूछताछ जारी है ताकि पता चल सके कि उसके नेटवर्क में और कौन शामिल था. मामले में पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई एक बार फिर इंदौर में दस्तक दे सकती है.
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