इंदौर में प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. एक शिकायत की जांच करते हुए पुलिस ने मामले में आरोपी पती-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. संभावना जताई जा रही है कि इनके जरिए कुछ और मामलों का खुलासा हो सकता है.
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राजू प्रसाद/इंदौर: प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामला सामने आया है. पुलिस ने इसमें आरोपी पति-पत्नी दंपत्ति खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. इन्होंने 7 से भी अधिक फरियादियों को अपनी ठगी का शिकार बनाया और 5 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. इनके जरिए कुछ और मामलों का खुलासा हो सकता है.
इन्होंने दर्ज कराया था मामला
मामले में कनाडिया थाना क्षेत्र के मानवता नगर में रहने वाली फरियादी ज्योति पाल ने शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में बताया गया था कि दो लोगों ने उन्हे लोग दिलाने के नाम पर पैसे लिए बाद में कोई लोल नहीं मिला और उन दोनों से बात भी नहीं हो पा रही है.
आरोपियों द्वारा फर्जी लोन अप्रूवल दस्तावेज तैयार कर लोगों को झांसा देकर धोखाधड़ी करना कबूला है. फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले की तहकीकीत में जुटी है. अभी इनसे पैसों को लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं मिल पाई है. पुलिस की कोशिश है कि रिकवरी करके पीड़ितों को पैसे वापस दिलाए जा सकें.
प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना का बनाते थे फर्जी दस्तावेज
आरोपी खुद को बैंक का अधिकारी बताकर प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सब्सिडी वाला लोन दिलाने के नाम पर करीबन 7 लोगों को फर्जी लोन अप्रूवल लेटर दिखाकर पांच लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने दंपत्ति राजेंद्र मालवीय और उसकी पत्नी भारतीय मालवीय के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है.
मामले में हो सकती है और गिरफ्तारियां
जांच अधिकारी बलवीर रघुवंशी ने बताया कि दोनों पति पत्नी ने पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आने वाले समय में और भी जो के कई नाम सामने आ सकते हैं. इस मामले की जांच में शहर और जिले में हुई कई धोखाधड़ी के मामलों का खुलासा हो सकता है. वहीं इन मामलों में कुछ और लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिल सकती है.