कूनो से आई दुखद खबर, फुर्तीले चीते की हुई मौत, उफनते नाले में मिला शव
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कूनो से आई दुखद खबर, फुर्तीले चीते की हुई मौत, उफनते नाले में मिला शव

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबर आई है. यहां फुर्तीले चीते पवन की मौत हो गई. पवन की मौत का कारण पानी में डूबने से बताया गया है. 

कूनो में चीता पवन की मौत

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नर चीते पवन की मौत हो गई है. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है. चीते का शव जंगल के नाले में मिला है. ऐसे में माना जा रहा है कि पानी में डूबने की वजह से उसकी मौत हुई है. वहीं इस घटना के बाद कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन भी दुखी है. क्योंकि चीता पवन बेहद फुर्तीला था, वह नामीबिया से लाया गया था. बता दें कि कूनो में सात से आठ महीने पहले ही चीतो को खुले में छोड़ा गया था, ताकि पर्यटक चीतों का दीदार कर सके. 

कूनो में दुख की लहर 

दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में कुछ महीने पहले ही चीतों को फिर से खुले बाड़े में छोड़ा गया था. चीता पवन बेहद फुर्तीला था, वह कई बार पार्क की सीमाओं को लांघ भी चुका है. जिसके चलते उस पर निगरानी भी रहती थी. लेकिन उसका शव जंगल के नाले में मिला है. हालांकि डॉक्टर उसे कूनो नेशनल पार्क में ही बने अस्पताल में लेकर भी पहुंचे थे. लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी. पवन का शव उफनते नाले के बीच झाड़ियों में फंसा मिला था. फिलहाल पार्क प्रबंधन का कहना है कि पवन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत की वजह का असली खुलासा हो पाएगा. 

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बेहतरीन शिकारी था चीता पवन 

पार्क प्रबंधन ने बताया कि पवन नामीबिया से लाया गया था. पहले उसका नाम ओबन था, लेकिन बाद में उसका कूनो में नामकरण किया गया था. यहां उसका नाम पवन रखा गया था. पवन बेहद फुर्तीला था. वह शिकार में भी माहिर था. कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि पवन सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास नाले में मृत पाया गया था. माना जा रहा है कि वह नाले में फंस गया होगा. क्योंकि लगातार हो ही बारिश की वजह से नाला उफान पर है. पवन का सिर पानी में डूबा हुआ था, लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट नहीं है, जिससे पहली नजर में डूबने से उसकी मौत की वजह मानी जा रही है. 

बता दें कि 17 सिंतबर 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मध्य प्रदेश में चीता प्रोजक्ट शुरू किया गया था, जहां नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाकर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाया गया था. लेकिन तब से लेकर अब तक 20 चीतों में से 8 वयस्क चीते और 5 नन्हें शावकों की मौत हो चुकी है. हालांकि इस दौरान नए शावकों ने भी जन्म लिया था. फिलहाल कूनो नेशनल पार्क में 12 बड़े चीते और और 12 नन्हें शावक बचे हैं. बता दें कि फिलहाल मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है. श्योपुर जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. कूनो नेशनल पार्क में भी नाले उफान पर हैं. 

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