संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि "मैं परीक्षण करवाऊंगी, अगर ऑनलाइन बेचना गलत है तो कार्रवाई करेंगे."
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राहुल राठौर/उज्जैनः उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के भक्त पूरे देश के साथ ही विदेशों में भी रहते हैं. अब एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें पता चला है कि महाकाल के भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और महाकाल लड्डू प्रसादी की अवैध रूप से ऑनलाइन बिक्री की जा रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने धारा 420, 419 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
प्रसाद की बिक्री में की जा रही थी धांधली
बता दें कि बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों को मंदिर क्षेत्र में बने काउंटरों से महाकाल के लड्डू प्रसादी 260 रुपए किलो की दर से मिलते हैं. मंदिर समिति इस प्रसाद को ना लाभ ना हानि के हिसाब से बेचती है. मंदिर समिति प्रसाद की ऑनलाइन बिक्री नहीं करती है. मंदिर आने वाले श्रद्धालु ही ये प्रसाद पा सकते हैं. अब महाकाल का प्रसाद बताकर ऑनलाइन लड्डू बेचने के मामले का खुलासा हुआ है.
जांच में पता चला है कि महाकाल का प्रसाद बताकर जो लड्डू बेचे जा रहे हैं, उनकी कीमत भी 351 रुपए वसूली जा रही है, जबकि असल प्रसाद 260 रुपए में मिलता है. आस्था के साथ खिलवाड़ के खुलासे से हड़कंप मच गया है. जिसके बाद मंदिर समिति ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है. जांच में पता चला है कि Shreetemple.com नाम की वेबसाइट पर महाकाल का प्रसाद बताकर लड्डू बेचे जा रहे हैं.
मंत्री बोलीं- कार्रवाई करेंगे
वहीं जब इस मामले में प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि "मैं परीक्षण करवाऊंगी, अगर ऑनलाइन बेचना गलत है तो कार्रवाई करेंगे." बता दें कि महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसादी को FSSAI ने 5 स्टार रेटिंग के साथ देश के धार्मिक संस्थाओं में सबसे शुद्ध और उच्च क्वालिटी के प्रसाद का सर्टिफिकेट दिया हुआ है. साथ ही इससे पहले मंदिर समिति को 'BHOG सर्टिफिकेट'(ब्लिसफुल हाइजेनिक ऑफरिंग टू गॉड) भी मिल चुका है. चूंकि श्री महाकाल के भक्त देश मे ही नही विदेश में भी है तो वेबसाइट ने currency option भी दिया हुआ है. जिसमें लिखा है इंडियन रुपए व US डॉलर में भी पेमेंट कर सकते हैं. साथ ही वेबसाइट पर प्रोडक्ट व प्रसादी की बुकिंग से पहले आपको एक पिन कोड, ईमेल पता व नंबर देना जरूरी होता है.
'आस्था का बड़ा बाजार'
बता दें कि shreetemple.com वेबसाइट खुद को देवताओं की वस्तुओं और आस्थाओं से जुड़ी सेवाओं का सबसे बड़ा बाजार बताती है. इसके अबाउट सेक्शन में लिखा गया है कि "shreetemple.com डिजिटल मार्केट प्लेटफॉर्म है, जो समस्या समाधान, सेवाओं के साथ ही आपकी यात्रा को आध्यात्मिक और भक्तिपूर्ण बनाने के लिए विकसित किया गया है."
इसमें ये भी बताया गया है कि "भारत के शीर्ष 10 मंदिर के प्रसाद आपके घर के दरवाजे तक हम पहुंचा रहे हैं, साथ ही आध्यात्मिक और भक्ति पुस्तकों का बड़ा बाजार भी उपलब्ध करवाते हैं." Shreetemple.com का स्वामित्व श्रीलालन ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा किया जाता है, जो कि भारतीय कंपनी है.