Chhindwara Parasia Vidhan Sabha Seat History: आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए, भाजपा महाकौशल में पूरा जोर लगा रही है. छिंदवाड़ा में स्थित परासिया में पिछले दो चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस के सोहनलाल बाल्मीक का कब्जा है, वहीं, बीजेपी ने ज्योति डेहरिया को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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Chhindwara Parasia Vidhan Sabha Seat Analysis: साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी महाकौशल पर खासा ध्यान दे रही है क्योंकि पिछली बार अगर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से गंवानी पड़ी थी तो उसकी वजह महाकौशल सीटें में कमी भी थी. परासिया विधानसभा की बात करें तो यह छिंदवाड़ा जिले में पड़ती है और यहां भारतीय जनता पार्टी पिछले चुनाव में हार गई थी. खास बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी पिछले दो चुनावों से यहां हार का सामना कर रही है. फिलहाल कांग्रेस के सोहनलाल बाल्मिक दो बार विधायक बन चुके हैं, जबकि उनके सामने भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है और ज्योति डेहरिया को परासिया सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.
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1967 से चली आ रही है खास परंपरा
आपको बता दें कि परासिया विधानसभा सीट पर 1967 से एक परंपरा चली आ रही है. एक मौके को छोड़ दें तो यहां से सभी विधायक लगातार दो-दो बार विधानसभा चुनाव जीते हैं और खास बात यह है कि 1967 से लगातार दो बार हर पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती रही है.
पिछले कुछ चुनाव के नतीजे
परासिया, छिंदवाड़ा में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में, भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखी गई है. 2008 में, भाजपा के ताराचंद बावरिया ने 50,156 वोटों के साथ सीट जीती, उन्होंने कांग्रेस के सोहनलाल वाल्मीक को हराया, जिन्होंने 50,063 वोट हासिल किए थे. हालांकि, 2013 में, कांग्रेस वापसी करने में सफल रही क्योंकि सोहनलाल वाल्मीक ने 72,235 वोटों के साथ जीत हासिल की, और भाजपा के ताराचंद बावरिया को पीछे छोड़ दिया, जिन्हें 65,373 वोट मिले थे. इस चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में बदलाव देखा गया. यह सिलसिला 2018 में भी जारी रहा, जिसमें कांग्रेस के सोहनलाल बाल्मिक 79,553 वोटों के साथ विजयी रहे, जबकि भाजपा के ताराचंद बावरिया को 66,819 वोट मिले.
परासिया सीट से विधायकों की सूची
1957: फुलभंसा (कांग्रेस)
1962: शांति स्वरूप करताराम (स्वतंत्र)
1967: बारिकराव अमृतराव (कांग्रेस)
1972: बारिकराव अमृतराव (कांग्रेस)
1977: दामू पाटिल (कांग्रेस)
1980: दामू पाटिल (कांग्रेस)
1985: रामजी मस्तकर (BJP)
1990: रामजी मस्तकर (BJP)
1993: हरिनारायण डेहरिया (कांग्रेस)
1998: लीलाधर पुरिया (कांग्रेस)
2003: ताराचंद बावरिया (BJP)
2008: ताराचंद बावरिया (BJP)
2013: सोहनलाल वाल्मीक (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)