600 रुपये में बिक रहे MP बोर्ड के Paper! 35 हजार स्टूडेंट्स के पास इस ग्रुप से पहुंचा पेपर
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600 रुपये में बिक रहे MP बोर्ड के Paper! 35 हजार स्टूडेंट्स के पास इस ग्रुप से पहुंचा पेपर

MP Board Paper Leak 2023:  मध्यप्रदेश बोर्ड पेपर लीक (MP Board Paper Leak 2023) मामले में भोपाल की क्राइम ब्रांच पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

गिरफ्त में आरोपी

MP Board Paper Leak: मध्यप्रदेश बोर्ड पेपर लीक (MP Board Paper Leak 2023) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. MP Board 2023 पेपर लीक मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी को गिरफ्तार जबकि एक को हिरासत में लिया है. जिससे अभी भोपाल क्राइम ब्रांच और साइबर टीम की पूछताछ कर रही है. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि टेलीग्राम के जरिए आरोपी मॉडल पेपर बेंच रहे थे.

गौरतलब है कि  1 मार्च से कक्षा 10वीं और 2 मार्च से कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू हो चुके हैं. जिसके बाद से लगातार एक के बाद पेपर लीक होने की खबरें सामने आ रही ​​थी.

हर स्टूडेंट्स से लिए 600 रुपये 
क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि आरोपी असली पेपर के नाम पर स्टूडेंट्स को मॉडल पेपर उपलब्ध कराते थे. इसके बदले हर स्टूडेंट से 600 रुपये लिया जाता था. आरोपी टेलीग्राम पर अलग-अलग ग्रुप के माध्यम से मॉडल पेपर बेचते थे. इस ग्रुप पर करीब 36 हजार से ज्यादा स्टूडेंट जुड़े हुए हैं.  अब क्राइम ब्रांच ने टेलीग्राम को ऐसे ग्रुप को बंद करने के लिए पत्र लिखा है. वहीं बोर्ड पेपर से जुड़े टेलीग्राम ग्रुप्स पर क्राइम ब्रांच ने निगरानी बढ़ा दी है.

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एक आरोपी गिरफ्तार 
MP Board Paper Leak मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति को भोपाल के पास मंडीदीप से गिरफ्ताप जबकि दूसरे को खंडवा से हिरासत में ले लिया है. अब इनसे पूछताछ की जा रही है, वहीं  क्राइम ब्रांच की टीम प्रदेश के कई जिलों में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.

स्कूल शिक्षा मंत्री ने स्वीकारी पेपर लीक की बात
इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने वायरल हुए पेपरों के लीक होने की बात को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि सेकंड राउंड में जो प्रश्न पत्रों के बारे में जानकारी आई है. उसमें पाया गया है कि सेंकड राउंड में वायरल पेपर सही है. ये थाने से स्कूल तक पहुंचने के बीच के समय में हुआ है. हालांकि, परमार ने कहा कि पहले राउंड में जो पेपर वायरल हुए थे उनमें कोई सत्यता नहीं पाई गई. इंदौर भोपाल में FIR दर्ज कराई गई है और भ्रम फैलाने सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पेपर लीक मामले 4 शिक्षक गिरफ्तार...
उधर भोपाल जिला प्रशासन की छापेमारी कार्रवाई में 4 शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया है. जिनके मोबाइल में पेपर की फोटो मिली है. आज एमपी बोर्ड की बारहवीं की केमिस्ट्री की और व्यावसायिक परीक्षा का पेपर था.  दोनों ही सब्जेक्ट के शिक्षकों ने परीक्षा हॉल से पेपर की क्लिक फोटो क्लिक की थी. पेपर वायरल होने के बाद कलेक्टर की मुस्तैदी से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.

छोला इलाके के विद्यासागर स्कूल का मामला..
मामला छोला इलाके के विद्यासागर स्कूल का है. जहां से  स्कूल के लेक्चरर पवन सिंह, विश्वनाथ सिंह, महिला सुप्रीटेंडेंट और सहायक सुप्रिटेंडेंट गिरफ्तार किया गया है. छात्रों को नकल कराने के मकसद से शिक्षकों ने फोटो लिया था.

कलेक्टर ने दी चेतावनी
हालांकि इस मामले पर भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि जब फ़ोटो ली गई तब तक सभी स्टूडेंट्स परीक्षा हॉल में जा चुके थे इसलिए पेपर लीक जैसा मामला नहीं है. किसी स्टूडेंट्स से इसको फायदा नहीं हुआ है. पेपर कोड के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. भोपाल कलेक्टर की चेतावनी ऐसे लोगों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा.

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