MP News: मध्य प्रदेश में भाजपा की खेमेबाजी रह रहकर सामने आ ही जाती है. अब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान से मामला गड़बड़ नजर आ रहा है. हाल ही में कटनी में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में कई बड़े नेता मंच पर पास तो दिखे पर साथ नहीं दिखे. इसपर कैलाश विजयवर्गीय के बयान से सियासी हलचल मच गई है.
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Kailash Vijayvargiya Statement: मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने है. अभी लगभग एक साल बाकि है, लेकिन प्रदेश में राजनीतिक खींचतान अभी से शुरू हो गई है. आए दिन कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर बयानबाजी करती रहती है. एक तरफ बीजेपी दावा कर रही है कि हम इस बार प्रदेश में 200 से ज्यादा विधानसभा सीटों का लक्ष्य पूरा करेंगे. इसे लेकर तैयारी भी जोरशोर से चल रही है. कई शहरों में बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठकें जारी हैं. हाल ही में कटनी में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जहां से बीजेपी के लिए कुछ सुखद पल निकलकर नहीं आ रहे. मंच से दिग्गजों के बीच दूरियां भी दिखीं और दिए बयानों से मनभेद भी.
पास हैं पर साथ नहीं
दरअसल मंच से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बयान के बीच कह डाला कि भाजपा को भाजपा से ही खतरा है. ये खबर अमर उजाला जैसे कई मीडिया संस्थानों ने छापी. उन्होंने आगे कहा 'इस चुनाव में हमारे पास ज्यादा दावेदार हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में चार-पांच दावेदार टिकट मांग सकते हैं. हमें यह कोशिश करना है कि चुनाव के समय भीतरघात का खतरा न रहे. बहुत सोच-विचार कर आगे बढ़ना है'. बैठक में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने कहा कि 'किसी को टिकट के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं है, पार्टी खुद उम्मीदवार तलाश लेगी. आप लोग जमीनी स्तर पर काम करें. शिवराज सरकार के किए कामों को घर-घर तक पहुंचाइए. सोशल मीडिया पर एक लाख फॉलोअर बनाइए, जो फॉलोअर नहीं बना सकता, वो वोट कैसे लाएगा. इसलिए दिल्ली के चक्कर लगाने की जगह जनता के बीच जाइए. पार्टी खुद सही उम्मीदवार ढूंढ लेंगे.
शीतकालीन सत्र
पता हो कि इस समय मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. इसमें अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कलह जारी है. कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए थ्री-लाइनर व्हिप जारी कर दिया है. इसके साथ ही प्रस्ताव के अपेक्षित रिजेक्शन को लेकर विपक्ष आक्रामक दिखाई दिया.उन्होंने स्पीकर के खिलाफ ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह दी. विपक्ष के इस रवैये पर शिवराज सरकार के मंत्री ने उन्हें बुरी तरह घेर लिया.