बालाघाट में फर्जी मार्कशीट लगा कर डाक विभाग में नौकरी कर रहे लोगों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक की तलाश जारी है.
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आशीष श्रीवास्तव/बालाघाटः डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक डाकपाल की फर्जी मार्कशीट से नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के बालाघाट में फर्जी अंकसूची से डाक विभाग में नौकरी कर रहे 5 लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इसमें पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक की तलाश जारी है.
दो माह का पा चुके हैं वेतन
आरोपी फर्जी अंकसूची के आधार पर आरोपी लोग दो माह से डाक विभाग के अलग-अलग शाखाओं में नौकरी कर रहे थे. इतना ही नहीं इन आरोपियों ने दो माह का वेतन भी प्राप्त कर लिया है. लेकिन दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. इसमें आरोपियों मनेश, चंदन, शिवशंकर, रंजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी बिहार और राजस्थान के निवासी हैं.
593 पदों पर निकली भर्ती
डाकघर विभाग में डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल की 593 भर्ती निकली थी. जिसकी आवश्यक कार्रवाई पूर्ण कर आवेदकों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे. दस्तावेजों के परीक्षण के दौरान अभी पांच आवेदकों की अंकसूची में फेरबदल पाया गया. जिसकी शिकायत डाक विभाग ने कोतवाली में दर्ज कराई थी. इन आवेदकों ने दसवीं की अंकसूची में फेरबदल किया था. सत्यापन के बाद यह फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस फर्जीवाड़े में और आवेदकों के होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानिए कैसे हुआ खुलासा
बता दें कि डाक विभाग में 593 पदों के पर भर्ती निकली थी, जिसमें ऑनलाइन आवेदन जमा कराए गए थे. इन पदों के लिले शैक्षणिक योग्यता 10वीं रखी गई थी. ऑनलाइन आवेदन में इन 5 आरोपियों ने आवेदन किया था. जिसमें इन पांचो द्वारा किसी ने तमिलनाडु तो किसी ने दिल्ली बोर्ड की अंकसूची लगाई थी. जिसका सत्यापन बोर्ड द्वारा किए जाने पर फर्जी अंकसूची पाई गई. इसकी जानकारी डाक विभाग में कार्यरत सहायक अधीक्षक अनिल शर्मा ने इसकी लिखित शिकायत कोतवाली थाने में की, जिसके बाद पांचो आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है.
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