Ujjain New Year 2023: नए साल में महाकाल के भक्तों के लिए खास व्यवस्था, जानिए कहां से कर पाएंगे दर्शन
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1509162

Ujjain New Year 2023: नए साल में महाकाल के भक्तों के लिए खास व्यवस्था, जानिए कहां से कर पाएंगे दर्शन

Mahakal Lok New Year 2023: बाबा महाकाल के भक्तों के लिए नए साल पर दर्शन के लिए खास व्यवस्था की  गई है. जिससे दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. यदि आप नए साल पर महाकाल का दर्शन करने का प्लान बनाएं हैं तो आइए जानते हैं न्यू ईयर पर कैसे होगा महाकाल का दर्शन?

Ujjain New Year 2023: नए साल में महाकाल के भक्तों के लिए खास व्यवस्था, जानिए कहां से कर पाएंगे दर्शन

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था का खास केंद्र है. जहां हर रोज बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं. जब से श्री महाकाल महालोक के पहले चरण के कार्यों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. श्रद्धालुओं की संख्या तीन गुना बढ़ गई है. ऐसे में साल 2022 के अंतिम दिन और साल 2023 के पहले दिन भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मंदिर में आने के अनुमान को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने खास व्यवस्थाएं की है, जिससे आसानी से बाबा के दर्शन हो सकें. आइए जानते हैं नए साल पर कैसे मिलेगा महाकाल मंदिर में प्रवेश और कैसी रहेगी व्यवस्था.

जानिए पूरी व्यवस्था

मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर कोई चाहता है, कि इस साल की विदाई बाबा महाकाल के आशीर्वाद के साथ हो और साल की शुरुआत भी बाबा महाकाल के आशीर्वाद के साथ हो. श्रद्धालुओं के लिए चुकी इस वर्ष श्री महाकाल महालोक बन कर तैयार है. इसलिए भीड़ कंट्रोल आसानी से हो जाएगी, श्री महाकाल महालोक में त्रिवेणी संग्रहालय से नंदी द्वार होते हुए मानसरोवर द्वार जो कि मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार है. वहां तक बेरेगेटिंग आने व जाने के लिए की गई है. प्रोटोकॉल व्यवस्थाओं से आने वाले दर्शनार्थी के लिए थाना महाकाल होते हुए प्रवेश द्वार 4 से व्यवस्था है. इसके साथ ही पंडे पुजारी व मंदिर से जुड़े लोग और मीडिया के लिए प्रवेश द्वार 4 ही है. वहीं जो VIP व VVIP हैं, उनके लिए भारत माता मंदिर होते हुए प्रशासनिक कार्यालय के सामने व पास ही में शंख द्वार से रहेगी.

लडडू प्रसादी, मेडिकल, पानी, जुता स्टैंड व खोया पाया केंद्र!
मंदिर प्रशासक ने कहा कि दर्शनार्थियो के लिए मंदिर समिति ने त्रिवेणी संग्रहालय से नंदी द्वारा होते हुए, जब श्रद्धालू मानसरोवर द्वार तक मंदिर में प्रवेश के लिए पहुचेंगे और यही मार्ग लौटने के लिए रहेगा तो इसी बीच श्रद्धालू लडडू प्रसादी, मेडिकल सुविधा, पीने का पानी, जुता स्टैंड व मोबाइल व बैग के लाकर सुविधा का लाभ ले सकेंगे. जगह-जगह करीब 8 खोया पाया केंद्र (कंट्रोल रूम) बनाये गए हैं. जहां पुलिसकर्मी व मंदिर के सुरक्षा कर्मी श्रद्धालु की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. इसी तरह प्रोटोकॉल वालों के लिए और vip vvip के लिए मोबाइल, बैग रखने, पानी पीने व अन्य सुविधाएं मंदिर के अंदर काउंटर पर रहेगी.

मंदिर में मोबाइल प्रतिबंध
मंदिर प्रशासक ने कहा मंदिर में मोबाइल व बैग ले जाने पर 20 दिसंबर से प्रतिबंध लगाया है, जिसका फायदा हमें यह मिल रहा है दर्शनार्थी अब जल्द और दर्शन पर ध्यान दे रहे हैं. मंदिर परिसर में फोटो भी नहीं खिंचवा पाने से मंदिर में भीड़ एकत्रित नहीं हो पा रही है. ऐसे में मंदिर के अंदर लगने वाली लड्डू प्रसादी के काउंटर को श्री महाकाल महालोक में बने काउंटर, पार्किंग के यहां बढ़ाया गया है.

जानिए सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक प्लान
बड़ी संख्या में दर्शनार्थी श्री महाकाल मंदिर में पहुचेंगे ऐसा अनुमान है ऐसे में देवास रोड, इंदौर रोड से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन हरी फाटक ब्रिज से लेफ्ट टर्न लेने के बाद कर्क राज पार्किंग में खड़े करेंगे वहां से वे फैसिलिटी सेंटर एक बनाया गया है. वहां त्रिवेणी पर जूता, मोबाइल वगैरा रख पाएंगे और वहां से त्रिवेणी संग्रहालय से प्रवेश कर मानसरोवर द्वार तक पहुंचेंगे और बाबा के दर्शन लेंगे लौटते वक्त महाकाल लोक होते हुए पिनाकी द्वार से बाहर होंगे. इसी तरह बड़नगर मार्ग व नीमच रतलाम मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी कार्तिक मेला ग्राउंड में वाहन पार्क कर त्रिवेणी संग्रहालय तक पहुंचेंगे और महाकाल लोक के नंदी द्वार से होते हुए मानसरोवर द्वार से बाबा के दर्शन को अंदर जाएंगे और महाकाल लोग होते हुए पिनाकी द्वार से बाहर होंगे.

जानिए क्या कहा एसएसपी ने
एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि यह व्यवस्था 31 दिसंबर, 1 जनवरी, व 2 जनवरी की सुबह तक बनी रहेगी. कुल 500 पुलिस कर्मी, 350 करीब सुरक्षा कर्मी मंदिर सहित आस पास क्षेत्र के तमाम CCTV व ड्रोन से खास निगरानी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की जाएगी. मंदिर के प्रवेश द्वार 4 से मीडिया व पुजारी प्रवेश करेंगे. भारत माता मंदिर के यहां पार्किंग के बाद मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने शंख द्वार से वीआईपी व वीआईपी प्रवेश करेंगे. एसएसपी शुक्ल ने बताया कि 1 दिन में डेढ़ से दो लाख की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. उस अनुसार यह पूरा प्लान तैयार किया गया है.

Trending news