Lucky Plants To Worship: आप तो ये जानते हैं कि हिंदू धर्म में पेड़-पौधों की बहुत पूजा की जाता है. मान्यता यह है कि देवत्व इन जीवित प्राणियों के भीतर निवास करता है, जो उन्हें धार्मिक प्रथाओं और अनुष्ठानों का एक अभिन्न अंग बनाता है. आइए विशिष्ट दिनों पर विभिन्न पेड़ों की पूजा करने के महत्व और उनसे होने वाले फायदों के बारे में आपको बताते हैं...
ज्योतिष के अनुसार, निर्दिष्ट दिनों पर विशिष्ट पेड़ों की पूजा करने से पुण्य फल मिल सकता है और परेशानियां कम हो सकती हैं.
सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है और माना जाता है कि इस दिन उनकी पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अतिरिक्त, सोमवार के दिन पीपल के पेड़, जो कि एक प्रकार का फाइकस पेड़ है, की पूजा करना भी शुभ माना जाता है. माना जाता है कि इस तरह की पूजा से व्यक्ति की आय बढ़ती है, मान-सम्मान बढ़ता है और समाज में प्रसिद्धि मिलती है.
मंगलवार का दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह को समर्पित है. कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने और हनुमान की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा, मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा करना फायदेमंद माना जाता है, खासकर उनकी कुंडली में मंगल दोष से प्रभावित व्यक्तियों के लिए. माना जाता है कि इस दिन नीम के पेड़ पर जल चढ़ाने से मंगल दोष के दुष्प्रभाव कम होते हैं.
बुधवार का दिन विघ्नहर्ता कहे जाने वाले भगवान गणेश की पूजा से जुड़ा है. माना जाता है कि जो भक्त पूरे दिल से भगवान गणेश की पूजा करते हैं, उन्हें उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे सभी प्रयासों में सुचारू प्रगति सुनिश्चित होती है. साथ ही बुधवार के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करना भी शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि आंवले के पेड़ की पूजा करने के बाद कोई भी कार्य शुरू करने से सफलता और अनुकूल परिणाम मिलते हैं.
गुरुवार का दिन ब्रह्मांड के संरक्षक भगवान विष्णु को समर्पित है. कहा जाता है कि इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. मान्यता के अनुसार, यह भक्ति व्यक्ति के जीवन में धन और प्रचुरता का निरंतर प्रवाह होता है, जिससे घर में धन और अनाज दोनों की कभी भी कमी नहीं होती है.
शुक्रवार का दिन धन और समृद्धि प्रदान करने वाली देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ केले के पेड़ की पूजा करने का भी विधान है. जैसा कि माना जाता है कि विष्णु केले के पेड़ में निवास करते हैं, इस दोहरी पूजा से दोनों देवताओं का आशीर्वाद मिलता है, जिससे किसी के घर में प्रचुरता और समृद्धि सुनिश्चित होती है.
शनिवार का दिन शनि ग्रह शनि देव को समर्पित है. इस दिन भक्त शनिदेव की विशेष विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं. ऐसा माना जाता है कि शनिवार के दिन शनिदेव की सच्चे मन से भक्ति करने से इस ग्रह से जुड़े अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं. इसके अलावा, शनिवार के दिन शमी के पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.
ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन लोगों को पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए क्योंकि रविवार को पीपल के पेड़ की पूजा करने से दुर्भाग्य दूर होती हैं. बता दें कि इससे धन की देवी मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं.
(Disclamer: यहां दी गई समस्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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