PM मोदी ने किया विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण, इसमें सामहित हैं देश के 12 ज्योतिर्लिंग
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PM मोदी ने किया विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण, इसमें सामहित हैं देश के 12 ज्योतिर्लिंग

Ujjain News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दुनिया की पहली 'वैदिक घड़ी' का उद्घाटन किया. साथ ही मध्य प्रदेश में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया.

 

PM मोदी ने किया विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण, इसमें सामहित हैं देश के 12 ज्योतिर्लिंग

MP Latest News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'विकसित भारत विकसित मध्य प्रदेश' कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने दुनिया की पहली 'वैदिक घड़ी' का उद्घाटन किया. साथ ही मध्य प्रदेश में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया तथा सभी जिलों में साइबर तहसील का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का भी वर्चुअल उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई मंत्री मौजूद थे.

सूर्योदय व सूर्यास्त का टाइम बताएगी घड़ी
बता दें कि इसे विक्रमादित्य वैदिक घड़ी नाम दिया गया है. यह घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त का समय बताएगी. साथ ही यह घड़ी विभिन्न त्योहारों का शुभ समय भी बताएगी. यह घड़ी एक विशाल टावर पर स्थापित की गई है. 

घड़ी में 12 ज्योतिर्लिंग समाहित 
वैदिक घड़ी में 12 ज्योतिर्लिंग समाहित हैं. विक्रमादित्य वैदिक घड़ी काल गणना पर आधारित दुनिया की पहली घड़ी है, जो वैदिक काल गणना के सभी घटकों को मिलाकर बनाई गई है. इस घड़ी में भारतीय कैलेंडर भी शामिल होगा. विक्रम संवत माह, ग्रह स्थिति, योग, भद्रा स्थिति, चंद्र स्थिति, त्योहार, शुभ एवं शुभ समय, घटी, नक्षत्र, जन्मोत्सव, व्रत, त्योहार, चौघड़िया, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, आकाश, ग्रह, नक्षत्र, ग्रहों की परिक्रमा इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद हैं. 

वैदिक घड़ी को लेकर सीएम मोहन यादव की प्रतिक्रिया
वैदिक घड़ी को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि  'हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है, इसका प्रमाण उज्जैन में लगी 'वैदिक घड़ी' भी है. बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरी दुनिया के लिए काल गणना का केंद्र थी. लेकिन उस महत्व को भुला दिया गया था.  अब हमने विश्व की पहली 'विक्रमादित्य वैदिक घड़ी' फिर से स्थापित की है. अपने समृद्ध अतीत को पुनः याद करने का ये सिर्फ अवसर नहीं, बल्कि ये उस काल चक्र की भी साक्षी बनेगी, जो भारत को विकसित बनाएगा.आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी'. 

 

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