Shani Jayanti 2022: 30 मई को सोमवारी अमावस्या के दिन शनि जयंती है. इस बार शनि जयंती पर 30 साल बाद विशेष संयोग बन रहा है. आइए जानते हैं कब और किस विधि से शनि देव की पूजा करेंगे जिससे शनि देव की कृपा प्राप्त होगी.
Trending Photos
शुभम शांडिल्य/नई दिल्लीः ज्योतिष शास्त्र में शनि देव का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि शनि देव न्याय के देवता हैं. शनिदेव लोगों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. शनिदेव अच्छे कर्म वालों को अच्छे फल व बुरे कर्म वालों दंडित करते हैं. ऐसा माना जाता है, कि शनि देव की कृपा जिस पर होती है, उसे राजा से रंक बनने में देर नहीं लगती है. वहीं जिसके ऊपर शनि देव की बुरी नजर पड़ जाती है. उसका सर्वनाश हो जाता है. शनि जयंती पर शनि देव की पूजा का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है जो व्यक्ति शनि जयंती के दिन व्रत रख कर शनि देव की विशेष रुप से पूजा करता है उस पर शनि देव की कृपा प्राप्त होती है. मान्यता है कि ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि देव का जन्म हुआ था. इसलिए ज्येष्ठ माह की अमावस्या को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस बार शनि जयंती 30 मई को पड़ रहा है. आइए जानते हैं कब है शुभ मुहूर्त और किस विधि से करें शनिदेव की पूजा जिससे शनिदेव प्रसन्न रहेंगे.
शनि जयंती शुभ मुहूर्त
30 मई को शनि जयंती के साथ सोमवारी अमावस्या और वट सावित्री का व्रत रखा जाएगा. इसका शुभ मुहूर्त 29 मई को दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से प्रारंभ होकर 30 मई को शाम 4 बजकर 59 मिनट तक रहेगी.
शनि जयंती पूजा विधि
शनि जयंती के दिन सुबह स्नान करने के पश्चात साफ-सूथरे कपड़े पहन कर आसानी लगाकर शनि देव की प्रतिमा के सामने बैठ जाएं. अगर शनि देव की प्रतिमा नहीं है तो उसके जगह पर साबित सुपारी को प्रतिमा का स्वरुप मानकर रख दें. अब आप शनि देव को नीले फूल, फल, सिंदूर ,कुमकुम,काजल, अक्षत आदि अर्पित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके बाद शनि देव का ध्यान करते समय 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' मंत्र का जाप व शनि चालीसा का पाठ करें. अगर आपके कुंडली में शनि का दोष है तो इस दिन शनि शांति पूजा और शनि तेलभिषेक का अनुष्ठान करने से कुंडली में शनि का प्रभाव भी दूर होता है.
ये भी पढ़ेंः Shani Jayanti 2022: शनि जयंती पर करें ये उपाय, खुल जाएगा बंद किस्मत का ताला
इन चीजों का करें दान
शनि जयंती के दिन दान का विशेष महत्व है. शनि जयंती के दिन काले तिल, काले वस्त्र, काले उड़द और भोजन का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए दान से शनि की महादशा का प्रभाव कम हो जाता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप गरीबों को अपने सामर्थ्य अनुसार दान कर सकता है.
ये भी पढ़ेंः वट सावित्री व्रत पर बन रहा विशेष संयोग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
(disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओें और जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
LIVE TV