यहां आधार कार्ड बनवाने के लिए झोले में रोटी लेकर आते हैं लोग, कई दिनों का करना पड़ता है इंतजार
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh560533

यहां आधार कार्ड बनवाने के लिए झोले में रोटी लेकर आते हैं लोग, कई दिनों का करना पड़ता है इंतजार

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहले आकर टोकन ले लिया था, इसलिए आधार कार्ड बनवाने आए हैं. वे झोले में रोटी लेकर आए हैं, क्योंकि यह आधार कार्ड उनके लिए जरूरी जो हो गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

बैतूल: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में आधार कार्ड बनाना कठिन काम हो चला है, क्योंकि आधार कार्ड बनाने के लिए पर्याप्त केंद्र नहीं हैं. यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों के लोगों को अलसुबह रोटी की पोटली बांधकर मुख्यालय तक आना होता है. वहीं प्रशासन ने आधार कार्ड संबंधी समस्या को जल्दी निपटाने की बात कही है. जिला मुख्यालय के मुख्य डाकघर पर सुबह से आधार कार्ड बनवाने वालों की कतारें देखी जा सकती हैं. वर्तमान में सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने से लेकर स्कूलों में दाखिला लेने के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता है. शहर और आसपास के गांव की लगभग डेढ़ लाख की आबादी की पहुंच में डाकघर सबसे नजदीकी स्थल है, जहां से आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं.

भीमपुर, दामजीपुरा, चिरापाटला की सुखिया बाई, देवकी बाई, रमकू बताती हैं कि वे अपने बच्चों के साथ सुबह पांच बजे रोटी की पोटली बांधकर आधार कार्ड बनवाने यहां पहुंची हैं. उन्होंने बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए पहले टोकन दिए जा रहे हैं. टोकन में किस दिन आना है, यह लिखा होता है. टोकन लेने के बाद नियत तिथि पर जाकर आधार कार्ड बनवाना होता है. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहले आकर टोकन ले लिया था, इसलिए आधार कार्ड बनवाने आए हैं. वे झोले में रोटी लेकर आए हैं, क्योंकि यह आधार कार्ड उनके लिए जरूरी जो हो गया है.

ग्रामीण और बच्चों को आधार बनवाने में कितनी परेशानी हो रही होगी, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है. जिलाधिकारी तेजस्वी एस. नायक ने कहा, "आधार कार्ड बनवाने के लिए लोग परेशान हो रहे हैं, इसकी जानकारी मुझे है. आने वाले दिनों में शीघ्र ही लोगों को इस परेशानी से निजात मिले, इसके प्रयास होंगे." बैतूल जिले की आबाद लगभग 15 लाख है, जिसके कार्ड बनाने की जिम्मेदारी गिनती के केंद्रों पर है, वहीं जिला मुख्यालय की लगभग डेढ़ लाख की आबादी के कार्ड बनाने का जिम्मा एक केंद्र पर है.

वहीं, जिला लोकसेवा प्रबंधक मनीष वरवड़े ने स्पष्ट किया है कि जिले की जनपद पंचायत कार्यालय भैंसदेही, भीमपुर, प्रभातपट्टन, नगरपालिका आमला एवं मुलताई सहित लोकसेवा केंद्र शाहपुर और प्रभातपट्टन में आधार कार्ड पंजीयन एवं सुधार संबंधी कार्य किया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम पंचायत घाटबिरोली एवं बिरूल बाजार में भी आधार कार्ड का पंजीयन या सुधार का कार्य करवाया जा सकता है.

जिला मुख्यालय व आसपास के गांव के लोगों को एक ही केंद्र डाकघर की जानकारी है, जहां आधार कार्ड बनाए जाते हैं, मगर जिला अग्रणी बैंक के अधिकारी सौम्य नवित ने दावा किया है कि बैतूल स्थित एचडीएफसी बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया तथा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बैतूल गंज शाखा में आधार कार्ड सुधार का कार्य किया जा रहा है.

Trending news