International Womens Day 2024: मध्य प्रदेश में महिलाएं सशक्त व शिक्षित होकर राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाती हुई नजर आ रही हैं, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में भी पर्यटकों को जंगल की सैर कराने की जिम्मेदारी महिला गाइडों को मिली है.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 23 आदिवासी महिला गाइड और दो महिला ड्राइवर हैं
ये महिला गाइड सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को सतपुड़ा रिजर्व में फैली जैव विविधता की जानकारी हुए देती नजर आती हैं.
दो महिला ड्राइवर भी हैं जिन्हें चप्पे-चप्पे की जानकारी है और वह पर्यटकों को खूबसूरत जगहों पर ले जाती हैं.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने इन स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षित किया है.
इसके बाद इन्हें ट्रेनिंग देकर इनका परीक्षण किया और सफल होने पर सभी को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में महिला गाइड और ड्राइवर के रूप में भर्ती किया गया.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आज यह आदिवासी महिलाएं अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 3 साल पहले शुरू किया यह काम अब इन आदिवासी महिलाओं की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है.
सुबह होते ही यह महिला गाइड अपनी ड्रेस पहनकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को जंगल की सैर कराने के लिए तैयार रहती हैं.
इस पहल से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन महिला सशक्तिकरण के प्रयास में सफल साबित हो रहा है.
वही यह आदिवासी महिलाएं अपने पैरों पर खड़ा होकर न केवल महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बन गई हैं, बल्कि अपने परिवार को भी गर्व का अहसास करा रहीं है.
बता दें कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं.
ऐसे में यहां पहुंचने वाले पर्यटक यहां की महिला शक्ति की प्रशंसा करते नजर आते हैं.
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