बीजेपी में खत्म हुई रार! अब 3 महीने बाद कार्यकारिणी में होगा बदलाव, बढ़ाई जाएगी पदों की संख्या
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बीजेपी में खत्म हुई रार! अब 3 महीने बाद कार्यकारिणी में होगा बदलाव, बढ़ाई जाएगी पदों की संख्या

नई कार्यकारिणी में पहले के मुकाबले एक उपाध्यक्ष और एक प्रदेश मंत्री भी ज्यादा नजर आने वाले हैं. राष्ट्रीय हाईकमान ने इसकी मंजूरी प्रदेश संगठन को दे दी है.

फाइल फोटो

रायपुर: छत्तीसगढ़ में लंबे इंतजार के बाद बीजेपी अब कार्यकारिणी में बड़ा बदलाव करने जा रही है. नई कार्यकारिणी में पहले के मुकाबले एक उपाध्यक्ष और एक प्रदेश मंत्री भी ज्यादा नजर आने वाले हैं. राष्ट्रीय हाईकमान ने इसकी मंजूरी प्रदेश संगठन को दे दी है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के मुताबिक जल्द ही कार्यकारिणी की घोषणा होगी, उसके बाद मोर्चा-प्रकोष्ठों में नियुक्तियां होगी. बता दें कि अंदरूनी गुटबाजी की वजह से विष्णुदेव साय के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के कई महीने बाद भी नई कार्यकारिणी नहीं बनी है. 

दरअसल बड़े पदों पर ही नेताओं के बीच एक राय नहीं बन पा रही थी. भाजपा संगठन में अब अलग-अलग गुट के नेता एक-दूसरे पर कार्यकर्ताओं को बगावत के लिए उकसाने का आराेप लगा रहे थे. सोशल मीडिया पर नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने वाले कार्यकर्ताओं को उनके नेताओं के इशारे पर अनर्गल पोस्ट करने की बात की जा रही थी. 

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माना जा रहा है कि नेताओं के बीच सहमति बनाने की कोशिश की गई थी. जिसके बाद कुछ पूर्व मंत्रियों को भी संगठन में एडजेस्ट किया जा रहा है. माना जा रहा है उसी एडजेस्टमेंट और मतभेद की स्थिति से निपटने के लिए ये फैसला लिया गया है. 

गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद साय ने पिछले दिनों  नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही समेत 6 जिलों के अध्यक्ष की घोषणा की है थी. अभी भी पांच जिलों के अध्यक्षों की घोषणा बाकी है.  इनमें रायपुर शहर, ग्रामीण, दुर्ग, भिलाई और बलरामपुर शामिल हैं. रायपुर में पूर्व मंत्रियों बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत के अलावा सांसद सुनील सोनी और संगठन की ओर से कई दावेदार हैं. दुर्ग और भिलाई में सांसद सरोज पांडेय, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय व सांसद विजय बघेल के समर्थक हैं यही स्थिति बलरामपुर में भी है. 

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