रायपुर: दुनिया के साथ ही भारत में चल रहे कोरोना संकट के बीच जब लग रहा था कि छत्तीसगढ़ विजयी होकर निकलेगा उसी समय राज्य का कोरबा जिला कोविड-19 का एपिसेंटर बनकर उभर आया. छत्तीसगढ़ में चार दिन पहले तक कोरोना के 10 मरीज ही रिपोर्ट हुए थे, जिनमें से 9 रिकवर होकर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुके थे और बाकी बचा 1 मरीज भी तेजी से रिकवर हो रहा था. इसी बीच कोरबा में तीन दिनों के अंदर कोरोना के 21 नए मामले रिपोर्ट हो गए.


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छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में अचानक बढ़े कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या से सतर्क हो गई है. इसलिए उसने राज्य में कोरोना टेस्टिंग लैब्स बढ़ाने का फैसला किया और केंद्र सरकार के पास रायपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 टेस्टिंग लैब शुरू करने की अनुमति मांगी. केंद्र सरकार और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अपनी अनुमति दे दी है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी.


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इसके साथ ही अब छत्तीसगढ़ के तीन अस्पतालों में कोविड-19 टेस्ट संभव हो गया है. इनमें एम्स रायपुर और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में पहले से ही कोविड-19 टेस्ट हो रहा था. अब रायपुर मेडिकल कॉलेज में भी कोविड-19 का टेस्ट शुरू हो गया है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कोरोना के 31 मामले रिपोर्ट हुए हैं जिनमें से 10 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट चुके हैं. राज्य में फिलहाल कोरोना के 21 एक्टिव केस हैं.


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