Digvijay Singh: मध्य प्रदेश में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर आयोजन को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि उन्होंने कांग्रेस नेताओं के निमंत्रण स्वीकार न करने की वजह भी बताई है.
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Ram Mandir Pran Pratistha: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जब कोई बयान देते हैं तो मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की सियासत की सियासत में भी वह बयान चर्चा का विषय बन जाता है. ऐसा ही बयान एक बार फिर से आया है, मामला अयोध्या में होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है, जिस पर दिग्विजय सिंह ने फिर से सवाल उठाए हैं, इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी की तरफ से कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने की वजह भी बताई है.
बीजेपी ने अयोध्या को राजनीति का अखाड़ा बनाया
दिग्विजय सिंह ने कहा 'अयोध्या का मतलब होता है जो युद्ध से विमुख हो लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ने हिंदू वोट लेने की धुन में अयोध्या को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है. सोनिया गांधी जी और मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने प्राण प्रतिष्ठा को बीजेपी आरएसएस द्वारा निजी इवेंट बनाए जाने की वजह से उसमें शामिल होने के लिए फिलहाल मना कर दिया है तो इसमें गलत क्या है?'
हम दर्शन करने जरूरी जाएंगे
कांग्रेस नेता ने कहा 'क्या राम मंदिर विश्व हिंदू परिषद की बपौती है? भगवान राम सब के हैं उन पर समूचे देश के सनातनियों का समान रूप से अधिकार है, करोड़ों लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया है तो क्या उनका प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होना राम द्रोह है ? कांग्रेस इस पक्ष में है कि जब मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा तब मर्यादा पुरषोत्तम भगवान राम के दर्शन करने बिना किसी इवेंट के वरिष्ठ नेता गण मर्यादा और श्रद्धा के साथ अयोध्या जाएंगे' हालांकि उन्होंने अभी तक समय और तारीख नहीं बताई है. लेकिन उनके बयान से यह बात तय हो गई है कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के नेता बाद में जाएंगे.
हिंदू होने पर दी सफाई
दिग्विजय सिंह ने खुद के हिंदू होने पर भी सफाई दी है. उन्होंने कहा 'दिग्विजय सिंह ने खुद को हिंदू भी बताया. मैं हिंदू हूं, मैं धार्मिक हूं ये मेरा नितांत निजी विषय है. अपने धर्म को मानने का तरीका किसी की परेशानी का सबब नही बनना चाहिए. वसुधैव कुटुंबकम् की भावना ही हमारे देश की असली पहचान है.'
बता दें कि कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. जिस पर जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी के नेता लगातार इस मामले पर निशाना साध रहे हैं. जबकि कांग्रेस भी हमलावर नजर आ रही है.
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