15 फरवरी से ग्वालियर व्यापार मेले का आगाज: वाहनों की खरीदी पर मिल रहा ये खास ऑफर, यहां पढ़ें..
व्यापार मेले में वाहन कर में 50 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की गई है.
ग्वालियर: 15 फरवरी से ग्वालियर व्यापार मेले का आगाज होने जा रहा है. व्यापार मेले में वाहन कर में 50 प्रतिशत छूट देने की घोषणा के बाद सरकार ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. मेले में बिकने वाले वाहनों पर रोड टैक्स में 50 फीसदी छूट के लिए तीन शर्तें रखी गई हैं. शर्तों के मुताबिक छूट केवल मप्र के लोगों को ही मिलेगी, जो सिर्फ मेला परिसर से बिकने वाले वाहनों पर दी जाएगी.
ये हैं तीन शर्तें
जिन्होंने ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन बेचने का रजिस्ट्रेशन करवाया है, केवल उन्हीं के वाहनों पर छूट मिलेगी. अन्य राज्यों के व्यापारी ग्वालियर मेले में वाहन बेचने पर छूट नहीं दे सकेंगे.
ग्वालियर व्यापार मेले से खरीदे गए वाहनों को ग्वालियर परिवहन विभाग में अनिवार्य रुप से रजिस्टर्ड करवाना होगा. क्योंकि वाहनों का टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन मान्य नहीं होगा.
मेले से जो वाहन खरीदा गया है उसका भौतिक परीक्षण भी किया जाएगा. इसके लिए ग्वालियर व्यापार मेले में ही आरटीओ का एक अस्थाई आफिस खोला जाएगा.
15 अप्रैल तक चलेगा मेला
ग्वालियर व्यापार मेले में ऑटोमोबाइल डीलर्स 15 फरवरी से वाहनों की बिक्री शुरू कर देंगे. मेले में पहली बार ऐसा मौका होगा, जब यहां से वाहन खरीदने वालों को दो माह यानी 60 दिन तक रोड टैक्स में छूट का लाभ मिलेगा. इस बार 15 फरवरी से 15 अप्रैल तक मेला आयोजित होगा.
इन खास बातों का रखें ख्याल
सरकार ने साफ किया है कि मेला से वाहन खरीदने वाले खरीदार को मध्य प्रदेश के पते का आधार कार्ड और वोटर कार्ड देना होगा.
ऑटोमोबाइल डीलर मेले में वाहन बिक्री के लिए ट्रेड सर्टिफिकेट लेंगे.
इसके बाद व्यापार मेले में बिकने जितने वाहन जाएंगे, उनका सत्यापन परिवहन विभाग द्वारा किया जाएगा.
इसके लिए सभी वाहनों के चेसिस नंबर नोट कर वाहनों का सत्यापन किया जाएगा.
मेले में 2 पहिया, 3 पहिया और 4 पहिया वाहन की बिक्री करने के लिए 63 प्लॉट आरक्षित हैं.
सिंधिया ने क्या है
व्यापार मेला को लेकर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को बताया था कि मेले को प्रोत्साहन देने का सदैव प्रयास रहा है. मेले का टर्नओवर गिरकर 100 करोड़ पर आ गया था. बीते 2 साल में 4 से 8 गुना हो गया है. इस साल कोरोना का संकट रहा, मगर फिर भी पिछले साल के बराबर रेवेन्यू जनरेट होना चाहिए.
1905 में हुई थी शुरूआत
ग्वालियर व्यापार मेला ग्वालियर में आयोजित किया जाने वाला उत्तर भारत में एक बड़ा व्यापार मेला है. इसकी शुरुआत 1905 में ग्वालियर के तत्कालीन राजा महाराज माधोराव सिंधिया ने की थी. आज यह एशिया का सबसे बड़ा व्यापार मेला है.
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