ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में मंगलवार को फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाला जालसाज पकड़ा गया है.
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शैलेंद्र सिंह भदौरिया/ग्वालियरः आयुष्मान कार्ड वर्तमान में स्वास्थ्य सुविधा के नजरिए से एक बेहद अहम कार्ड बन गया. लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य हॉस्पिटल से फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड बनाने वाला एक जालसाज पकड़ा गया है. जो लंबे समय से फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड बना रहा था.
पांच हजार लेकर एक घंटे में बना देता था आयुष्मान कार्ड
दरअसल, ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में मंगलवार को फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाला जालसाज को अस्पताल स्टाफ ने दबोच लिया. पकड़े गए युवक का नाम कृष्णा कुशवाहा बताया जा रहा है जो पांच हजार रुपए लेकर एक घंटे में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का गोरखधंधा कर रहा था.
इस तरह हुआ खुलासा
जयारोग्य अस्पताल में भर्ती ग्वालियर निवासी मरीज रामकुमार राजपूत को ऑपरेशन करवाना था, लेकिन उनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं था. इसी बीच उसे अस्पताल में रामकुमार को कृष्णा कुशवाहा नाम का युवक मिला जिसने महज पांच हजार रुपए में आयुष्मान कार्ड बनाने का भरोसा दिलाया. रामकुमार ने कृष्णा को पांच हजार रुपए दिए. एक घंटे बाद कृष्णा ने रामकुमार को आयुष्मान कार्ड बनाकर दे दिया. रामकुमार ने जब कार्ड को समग्र आई डी मिलान किया तो ये कार्ड फर्जी निकला.
35 आयुष्मान कार्ड बरामद हुए
रामकुमार ने फौरन अस्पताल प्रशासन को खबर दी सबने मिलकर कृष्णा को तलाशा तो वो अस्पताल में ही मिल गया. अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ ने कलेक्टर को सूचना दी और कंपू पुलिस को मौके पर बुलाया. पुलिस ने अस्पताल में पहुंचकर जालसाज को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो आरोपी कृष्णा के पास से 35 आयुष्मान कार्ड बरामद हुए.
पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है. जानकारी मिली है कि आरोपी कृष्णा का भाई आयुष्मान कार्ड बनाने वाली एजेंसी में काम करता है. उसके जरिए ही कृष्णा को लॉगिन आईडी मिली थी. पुलिस ने कृष्णा के पास से लेपटॉप और थंब मशीन भी बरामद की है. आपको बता दें कि आयुष्मान कार्ड पर 5 लाख तक का इलाज फ्री में होता है. पुलिस अब इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है.
क्या होता है आयुष्मान कार्ड
दरअसल, आयुष्मान कार्ड स्वास्थ्य सुविधाओं में इस्तेमाल किया जाता है. इससे पांच लाख रुपए तक बीमा होता है, जो इलाज में काम आता है. जिसमें 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में हो जाता है. इसलिए लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पांच हजार देकर कृष्णा से आयुष्मान कार्ड बनवाते है. बाद में जब कार्ड का उपयोग करते थे वह फर्जी निकलते थे. घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़कर कंपू पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है. पुलिस आगे की पड़ताल करेगी कि यह किस तरह रैकेट चला रहा था.
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