भोपालः विश्व नंबर 2 और एशियन नंबर एक भारतीय शूटर मनु भाकर को दिल्ली एयरपोर्ट पर अपमान का सामना करना पड़ा. देश के लिए ओलंपिक कोटा हासिल कर चुकीं भाकर ने कहा कि सभी डॉक्यूमेंट्स होने के बावजूद उन्हें भोपाल की फ्लाइट में चढ़ने से रोका गया. अंत में खेल मंत्री किरेन रिजिजू के हस्तक्षेप के बाद उन्हें फ्लाइट में चढ़ने दिया गया, इसके बाद ही वह मध्य प्रदेश आ पाईं.


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एयर इंडिया के कर्मचारी पर लगाया 'अपमानित' करने का आरोप
शुक्रवार को मनु भाकर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI 437 से भोपाल आने के लिए पहुंची थीं. उन्होंने शुक्रवार रात ही सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बताया कि सभी डॉक्यूमेंट्स और  DGCA (Directorate General of Civil Aviation) की परमिशन के बावजूद उन्हें हथियार साथ रखने के कारण रोका गया.



 


भाकर ने एयर इंडिया के कर्मचारी मनोज गुप्ता और स्टाफ पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया. वह बोलीं कि मैनेजर और सुरक्षाकर्मियों ने उनसे हथियार रखने की परमिशन के बावजूद 10 हजार रुपए मांगे. मनोज गुप्ता ने उनसे अपराधियों जैसा व्यवहार किया. शूटर ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को खिलाड़ियों से बेहतर व्यवहार करने का तरीका सीखने की जरूरत हैं.


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केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप के बाद जा सकीं भोपाल
शूटर ने मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और हरदीप पुरी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मदद की गुहार लगाई. देर रात किरेन रिजिजू के आदेश पर उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से भोपाल की फ्लाइट में बैठने की अनुमति मिली. आपको बता दें कि मनु भाकर भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग करती हैं. वह मध्य प्रदेश शूटिंग अकेडमी में ट्रेनिंग करने के लिए दो शूटिंग गन अपने साथ लेकर निकली थीं.



 


आरोपी की तस्वीरें डिलीट करने का भी लगाया आरोप
मनु भाकर ने शनिवार सुबह 7 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक और ट्वीट करते हुए फ्लाइट बोर्डिंग कराने पर मंत्री रिजिजू को धन्यवाद दिया. उन्होंने साथ ही कहा कि एयर इंडिया के सुरक्षा अधिकारी ने उनसे एक गन के 5 हजार एक सौ रुपए और दो गन के 10 हजार दो सौ रुपए मांगे.



 


सुरक्षा अधिकारियों ने उनका मोबाइल छीनकर मोबाइल में मौजूद फोटोज भी डिलीट कर दिए, जो उनकी मां ने सुरक्षा कर्मियों द्वारा बदसलूकी के बाद खींचे थे. उन्होंने अंत में कहा कि ऐसे आरोपियों को बचाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए, अगर वह गलत हैं तो एयरपोर्ट स्थित सीसीटीवी फुटेज की जांच करें. सभी को सच्चाई पता लग जाएगी.


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