International Yoga Day 2024: हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. रोजाना योग करने से हमें शारीरिक और मानसिक तनाव एवं थकान से मु्क्ति मिलती है. योग करने से हमारी मांसपेशियां मजबूत होती हैं, पाचन तंत्र सही रहता है, नींद अच्छी आने समेत कई फायदे मिलते हैं, जो हमें रोग यानी बीमारियों से दूर रखते हैं.
Surya Namaskar: रोजाना 5 से 10 मिनट सूर्य नमस्कार के 12 आसन करने से आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं, जिससे आपकी बॉडी हमेशा फिट रहेगी. साथ ही आप जल्दी मौसमी बीमारियों की चपेट में भी नहीं आएंगे. सूर्य नमस्कार के 12 आसन को रोजाना करने से आपको वजन घटाने, पाचन दुरुस्त करने, तनाव दूर करने, शरीरी को डिटॉक्स करने जैसे कई फायदे मिल सकते हैं. जानिए सूर्य नमस्कार कैसे करें और उसके 12 आसन के बारे में-
सूर्य नमस्कार में सबसे पहले प्रणाम आसन होता है. इसके लिए आप हाथ जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं.
इसके बाद हस्त उत्तानासन आता है. इसे करने के लिए गहरी सांस लें और दोनों हाथों को ऊपर की ओर खींचते हुए पीछे की ओर मुड़ें.
तीसरा आसन होता है पादहस्त आसन. इसके लिए आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों को पैरों को छुएं.
अश्व संचालन सूर्य नमस्कार की चौथी अवस्था है. इसके लिए दाहिने पैर को पीछे की ओर ले जाएं और धीरे-धीरे घुटने को फर्श पर लाएं.
पांचवां आसन पर्वतासन है. इसे करने के लिए दोनों हाथों को आगे और पैरों को पीछे करते हुए झुककर बॉडी से एक पर्वत जैसा पोज बनाएं.
अब दोनों घुटनों को जमीन पर रखें और ढुड्डी को भी जमीन से छुआएं. अष्टांग नमस्कार सूर्य नमस्कार का 6वां आसन है.
सातवां आसन है भुजंगासन, जिसे कोबरा पोज भी कहा जाता है.
आठवें आसन के लिए एक बार फिर पर्वतासन करें. इसके लिए दोनों हाथों को आगे और पैरों को पीछे करते हुए झुककर बॉडी से एक पर्वत जैसा पोज बनाएं.
पर्वतासन के बाद एक बार अश्व संचालन करें. इसके लिए अब बाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं और धीरे-धीरे घुटने को फर्श पर लाएं.
अब 10वें आसन के लिए आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों को पैरों को छुएं.
एक बार फिर गहरी सांस लें और दोनों हाथों को ऊपर की ओर खींचते हुए पीछे की ओर मुड़ें
अब आखिरी आसन के लिए एक बार फिर दोनों हाथों को जोड़कर प्रणाम आसन करें.
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