मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस को अपने एक और कद्दावर नेता से हाथ धोना पड़ सकता है. सियासी गलियारों में इस बात को लेकर जबर्दस्त चर्चा है कि मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विलासराव देशमुख सरकार (Vilasrao Deshmukh Govt.) में महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री रहे कृपाशंकर सिंह (Kripashankar Singh) बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. दरअसल, इसके पीछे ठोस वजह भी है. कृपाशंकर सिंह के यहां हर साल गणपति बप्पा का आगमन होता है और बप्पा के दर्शन के लिए राजनीति के कई बड़े चेहरे उनके यहां जाते हैं.


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लेकिन गणपति स्थापना के दूसरे ही दिन यानी तीन सितंबर को दो बड़ी राजनीतिक हस्तिया कृपाशंकर सिंह के यहां पहुंचीं. इनमें से एक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra fadnavis) हैं तो दूसरे शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav thackeray). सियासी पंडितों का मानना है कि ये दोनों बड़े नेता सिर्फ दर्शन के लिए कृपाशंकर सिंह के यहां नहीं गए थे और आने वाले कुछ दिनों में ही कृपाशंकर सिंह बीजेपी ज्वाइन कर लें तो ये कोई हैरानी की बात नहीं होगी.


कृपाशंकर सिंह के आने से बीजेपी को क्या फायदा होगा
कृपाशंकर सिंह मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष तो रहे ही हैं महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री भी रह चुके हैं लेकिन उनकी सबसे बड़ी यूएसपी उत्तर भारतीयों में उनका प्रभाव है. मुंबई में उत्तर भारतीयों का तगड़ा वोट बैंक और कई सीटों पर तो ये निर्णायक भूमिका भी अदा करता है. ऐसे में बीजेपी अगर कृपाशंकर सिंह को अपने खेमे में लाने में सफल रहती है तो उत्तर भारतीय वोटरों पर भी उसकी पकड़ और बढ़ जाएगी.


कुछ दिक्कतें भी हैं..
कृपाशंकर सिंह ने साल 2014 में कलीना सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वो शिवसेना के उम्मीदवार से हार गए थे. अब चूंकि ये सीट शिवसेना के कब्जे में है और वो बीजेपी में शामिल होते हैं शिवसेना शायद इस सीट को छोड़ने को तैयार ना हो. हालांकि बीजेपी और शिवसेना अलग अलग चुनाव लड़ती है तो कृपाशंकर सिंह की राह आसान हो जाएगी.


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इससे पहले कांग्रेस-एनसीपी के कई नेता थाम चुके हैं बीजेपी का दामन
महाराष्ट्र में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं.. विपक्षी दलों कांग्रेस और एनसीपी के दिग्गज नेताओं में बीजेपी-शिवसेना ज्वाइन करने की मानो होड़ मची है. ये नेता अब तक अपनी अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. कांग्रेस की विधायक निर्मला गावित और एनसीपी की पूर्व विधायक रश्मि बागल शिवसेना में शामिल हो चुकी हैं. विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे राधाकृष्ण विखे पाटील कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. फिलहाल वो देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री भी है. अब्दुल सत्तार भी कांग्रेस का दामन छोड़ चुके हैं.


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मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष सचिन अहिर हाल ही में पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गए हैं. पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर भी एनसीपी का साथ छोड़कर शिवसेना के झंडे तले चले गए. पूर्व विधायक पांडुरंग बरोरा भी एनसीपी छोड़कर शिवसेना में शामिल हो चुके हैं. एनसीपी की महिला  विंग की  प्रमुख चित्रा वाघ भी शिवसेना में शामिल हो चुकी हैं. इसके अलावा लोकसभा चुनाव में एनसीपी के उम्मीदवार रहे धनराज महाले भी शिवसेना में शामिल हो चुके हैं. कांग्रेस विधायक जयकुमार गोरे बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.


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इनके अलावा कांग्रेस के पूर्व नेता और स्वाभिमान पार्टी के नारायण राणे के भी बीजेपी ज्वाइन करने की चर्चा तेजा है. साथ ही महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता हर्षवर्धन पाटिल के भी बीजेपी ज्वाइन करने की चर्चा तेज हैं. बताया जा रहा है कि वो कांग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसीपी से नाराज हैं.