Mamta Banerjee on World Cup:  सियासत की भाषा सीधी सीधी कहां होती है. सियासी दल एक दूसरे पर कटाक्ष करते ही रहते हैं, लेकिन अगर कोई सियासी दल भविष्यवक्ता बन जाए तो क्या कहेंगे. विश्व कप 2023 में भारत की हार के बाद अब सियासत भी गरमा गई है. राजस्थान के एक चुनावी कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम का मतलब पनौती मोदी बताया था. वहीं  तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी निशाना साधा है. उनके मुताबिक अगर क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच कोलकाता या मुंबई में हुआ होता तो भारत की जीत पक्की थी. बता दें कि 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया अहमदाबाद में एक दूसरे से भिड़े थे.


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विरोध हुआ तो दिखा असर
ममता बनर्जी यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने भगवा जर्सी का भी जिक्र किया. उनके मुताबिक जब खिलाड़ियों ने भगवा जर्सी का विरोध कर दिया तो उसका असर भी नजर आया. भारतीय टीम को भगवा रंग की जर्सी नहीं पहननी पड़ी. ममता ने कहा कि बीजेपी हर एक चीज का आकलन सियासी चश्मे करती है और उसका नकारात्मक असर भी नजर आ रहा है. ममता बनर्जी ने अभ्यास सत्र के दौरान टीम इंडिया द्वारा पहनी गई जर्सी पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि ये समझ के बाहर है कि भगवा रंग की जर्सी को खिलाड़ियों ने क्यों पहना, इसके लिए उन्होंने बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा दिया. ममता ने कहा कि बीजेपी के लोग तो हर चीज का भगवाकरण पर तुले हुये हैं.


तीन महीने और रहेगी यह सरकार


ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र में यह सरकार तीन महीने और रहेगी. इसके साथ ही गोतस्करी का भी मुद्दा उठाया.  बांग्लादेश में तस्करी के लिए अलग-अलग राज्यों से गाय लाई जाती हैं. सवाल यह है कि वहां ‘‘पैसे’’ कौन लेता है. देश के बैंकिंग क्षेत्र में निराशा का माहौल, सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) बेचे जा रहे हैं.  सभी बड़ी आईटी कंपनियां कोलकाता की ‘सिलिकॉन वैली’ परियोजना में निवेश कर रही हैं. दरअसल बीजेपी को आदत सी हो गई है. वो उन सभी लोगों को बदनाम करने का काम करते हैं जिनसे उन्हें खतरा नजर आता है. सिर्फ बड़ी बड़ी कहने से कुछ नहीं होता है, एक तरफ बीजेपी अपनी कामयाबी का ढोल पीट रही है तो दूसरी तरफ जमीन पर लोगों को तरह तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार को इससे मतलब नहीं है.