Man eating wolves: उत्तर प्रदेश के बहराइच में इन दिनों भेड़ियों का आतंक है. दिन हो या रात बहराइच के करीब 35 गावों में कर्फ्यू जैसा माहौल है. चारों तरफ पुलिस का पहरा है. हथियारों से लैस जवान खड़े है. बड़े बड़े अधिकारी खुद बैक टू बैक गावों का दौरा कर रहे है. इसकी वजह कोई दंगा फसाद नहीं है. बल्कि आदमखोर भेड़िये है.


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बहराइच में मौत बनकर घूम रहे भेड़ियों की आज फिर दो नई तस्वीरें आई. एक तस्वीर रात की है और दूसरी तस्वीर दिन की. रात के अंधेरे में भेड़िया खेतों के बीचों बीच भागता दिखा है. ऐसा लग रहा है जैसे भेड़िया अपने नए शिकार की तलाश में जा रहा है. अब तक बहराइच में भेड़िये 9 लोगों की जान ले चुके है. और रात के अंधेरे में ही शिकार कर रहे है. दूसरी तस्वीर दिन की है. जहां खेतों में खड़ी फसल के बीच भेड़िया घूम रहा है. मानों इंसान के कदमों की सूंघ ले रहा हो. पिछली बार एक साथ 4 भेड़ियों की तस्वीर ड्रोन कैमरों में कैद हुई थी.


बहराइच के कई गावों में भेड़ियों का आतंक इतना बढ़ गया है कि डरे सहमे कई परिवारों ने अपने बच्चों को अपने रिश्तेदारों के घर तक भेज दिया है. भेड़िये दिन में खेतों में छिप जाते हैं और रात होते ही हमला करते है. बहराइच के 35 गांव में भेड़ियों की दहशत है. यहां हर चेहरे पर टेंशन है कि कल का सूरज देख पाएंगे या नहीं. बहराइच WOLF TOWN बन गया है.


बहराइच में बस एक ही चर्चा


पिछले 47 दिन से बहराइच में बस एक ही चर्चा है. भेड़िया आएगा. और बच्चों को उठाकर ले जाएगा. बहराइच के 35 गावों के लोगों के चेहरे पर खौफ लिपटा है. खौफ आदमखोर का. जो बार बार आता है और शिकार करके ही कदम पीछे खींचता है. भेड़ियां कब आएगा, कहां से आएगा. ना वन विभाग को पता है, ना बहराइच के लोगों को. हां, इतना जरूर पता है. वो आएगा जरूर.


आदमखोर बेखौफ घूम रहा है. और गांव वाले खौफ में है. जमीन से लेकर आसमान तक भेड़िये को लेकर सर्च ऑपरेशन चल रहा है. आज एक बार फिर भेड़िया दिखा. बेखौफ. दबे कदमों के साथ आगे बढ़ता हुआ. आदमखोर के पंजे के निशान इस बात की गवाही है कि वो आसपास ही मौत बनकर मंडरा रहा है.


खेतों के बीच दिखी भेड़ियों की पूरी टोली बस रात होने का इंतजार कर रही है. इंसानी कदमों की सूंघ लेकर वो अपने अगले शिकार की तलाश में निकलने की फिराक में है. आदमखोर का खतरा हर दिन बढ़ रहा है. क्योंकि अब वो हर रोज़ शिकार कर रहा है.
4 भेड़ियों का आतंक बहराइच के करीब 35 गावों में है
35 गांव में करीब 70 हजार लोगों की आबादी है. यानि खतरा 70 हजार लोगों पर है.
200 लोगों की टीम 4 भेड़ियों की तलाश में जुटी है. लेकिन भेड़िये फरार है


अब बस ही तरीका बचा है. शूट एंट साइट


भेड़िये की फितरत होती है. जहां एक बार उसके मुंह पर खून लगा वो वहां बार-बार आता है. बहराइच में भेड़िया यही रिपीट कर रहा है. आदमखोर के आतंक पर लगाम लगाने के लिए अब बस ही तरीका बचा है. शूट एंट साइट. एक शातिर अपराधी की तरह भेड़ियां भी बार-बार लोकेशन बदल रहा है. जब तक वन विभाग की टीम इस खतरे को खत्म करने के लिए पहुंचती है. तब तक आदमखोर किसी दूसरे गांव में बच्चे को निवाला बना चुका होता है.


- बहराइच में आदमखोर भेड़िये अबतक 9 लोगों को निवाला बना चुके है.
- भेड़ियों ने 3 बच्चों की जान ली है.
- अबतक 38 अटैक कर 22 से ज्यादा लोगों को जख्मी किया है
- स्थानीय लोगों के मुताबिक 8 से 10 भेड़ियों का बहराइच में आतंक है



बहराइच में फैले इस दहशत को खत्म करने के लिए लोग कहने लगे है. जैसे उत्तर प्रदेश में अपराधियों का एनकाउंटर होता है. उसे तरह से आदमखोर का भी एनकाउंटर हो और उन्हें इस खौफ से मुक्ति दिलाई जाए.


बहराइच के इन आदमखोर भेड़ियों ने पहला शिकार जून महीने में किया था. अब अगस्त खत्म होने वाला है. लेकिन आदमखोर की दहशत खत्म नहीं हो रही है. सवाल ये भी है कि आखिर अचानक भेड़ियों का ये गैंग कहां से आ गया.


उत्तर प्रदेश का बहराइच भारत-नेपाल सीमा से सटे तराई में है
बारिश और बाढ़ की वजह से भेड़ियों की मांद में पानी भर जाता है
जिसकी वजह से भेड़िये सुरक्षित स्थान की तलाश में गांवों तक पहुंच जाते है
भेड़िये आमतौर पर ब्रीडिंग सीजन से पहले सुरक्षित जगह की तलाश करते है.
इसके अलावा रेबीज होने की वजह से भी भेड़िये बार बार हमला करते हैं
खाने की तलाश में भी भेड़िये जंगलों से निकलकर बाहर आ जाते है



अभी तक लोगों में बाघ और तेंदुओं के हमले का डर दिखता था. लेकिन अब उत्तर प्रदेश में भेड़िये भी नई मुसीबत बनकर घूम रहे है. जिसकी दहशत बहराइच के हर चेहरे पर दिख रही है. और इस दहशत की खबर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंच चुकी है.


बिजनौर में आदमखोर गुलदार गिरफ्तार
उधर बहराइच में भेड़िया गैंग लोगों की जान ले रहा है. तो इधर बिजनौर में गुलदार की दहशत ने लोगों का सुख चैन छीन रखा था. पिछले डेढ़ साल से आदमखोर गुलदार लोगों को मौत के घाट उतार रहा था. लेकिन अब वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ लिया है. बिजनौर के चांदपुर क्षेत्र के कुलचाना गांव में वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाया था जिसमें आदमखोर गुलदार फंस गया. गुलदार पिछले डेढ़ साल में करीब 25 लोगो को मौत के घाट उतार चुका है. पिछले 20 दिन में ही इस गुलदार ने 3 लोगों की जान ली थी. हालाकि अब गुलदार के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है.

(नीतीश पांडे, बहराइच, ज़ी मीडिया)