Puja Khedkar Mother: पुणे ग्रामीण पुलिस ने गुरुवार को आईएएस प्रोबेशनरी अफसर पूजा खेडकर की मां मनोरमा दिलीप खेडकर को महाराष्ट्र के रायगढ़ के महाड कस्बे से हिरासत में लिया. इसके बाद पुलिस ने बताया कि कैसे नाटकीय ढंग से वे वहां रह रहीं थीं. और कैसे उनको पकड़ने में कामयाबी मिली. पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने बताया कि मनोरमा ने बुधवार रात करीब 11 बजे होमस्टे में जाने से पहले कई जगह जाने के लिए एक निजी कैब किराए पर ली थी. वह वहां पर 'इंदूबाई ढाकणे' नाम की फर्जी पहचान के साथ रह रहीं थीं. 


 कैब ड्राइवर की मां का आधार कार्ड


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असल में कैब ड्राइवर दादासाहेब ढाकणे ने होमस्टे मालिक को अपना असली आधार कार्ड दिखाया, जबकि मनोरमा ने कमरा बुक कराने के लिए कैब ड्राइवर की मां का आधार कार्ड दिखाया, वह उन्होंने उससे उधार ले लिया था. उन्होंने आगे बताया कि हमारी टीम जो उनके आने-जाने पर नज़र रख रही थी, उन्हें एक मोबाइल नंबर से अलर्ट मिला जो जांच के दौरान मिल गया था. फिर यहीं से टीम सक्रिय हो गई और लोकेशन पर पहुंच गई. 


करीब एक सप्ताह से लापता थीं


हुआ यह था कि जुलाई की 12 तारीख को उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मुलशी में कुछ किसानों को कथित तौर पर उनकी जमीन हड़पने के लिए पिस्तौल से धमकाती नजर आ रही थीं. फिर मनोरमा करीब एक सप्ताह से लापता थीं. जानकारी मिली थी कि मनोरमा रायगढ़ जिले के महाड कस्बे के पास एक छोटे से होटल में छिपी हुई थीं, जहां से पुणे ग्रामीण पुलिस की टीम ने उन्हें हिरासत में लिया.


हथियार लाइसेंस रद्द करने के लिए नोटिस


भालगांव की पूर्व सरपंच रहीं मनोरमा को पौड़ ले जाया गया जहां पिछले शुक्रवार को एक किसान पंढरीनाथ पासलकर ने शिकायत दर्ज कराई थी. लोगों के भारी आक्रोश के बीच पौड़ पुलिस ने किसानों के सामने हथियार लहराने की घटना का संज्ञान लिया और मनोरमा और अन्य के खिलाफ पासलकर की शिकायत दर्ज की, लेकिन वह कई दिनों तक छिपी हुई थी. इसके बाद, पुणे के पुलिस आयुक्त ने हथियार लाइसेंस रद्द करने के लिए उनको नोटिस भेजा.


पूजा मनोरमा के खिलाफ कार्रवाई शुरू


उधर 16 जुलाई को लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) मसूरी के निर्देशों के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर को आईएएस-प्रोबेशनर के पद से हटा दिया था और वह 23 जुलाई को मसूरी चली जाएंगी.जांच में यह भी पता चला कि दस्तावेजों में फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने नाम, माता-पिता का नाम, हस्ताक्षर, ईमेल, मोबाइल नंबर और पता बदलकर अपनी फर्जी पहचान बनाई. यही कारण है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की कर दी है.