Operation Pakhandi: दूसरों का झाड़-फूंक से इलाज, खुद को बुखार आने पर भागता है अस्पताल; मजार पर मौलाना का `खेल`
Zee News Operation Pakhandi: यूपी में शामली की एक मजार पर अड्डा जमाए बैठा एक मौलाना पिछले कई सालों से झाड़-फूंक से इलाज का ढोंग कर रहा है. मजे की बात ये है कि जब वह खुद बीमार होता है तो सीधा डॉक्टर के पास भागता है.
Maulana exposed in Operation Pakhandi: क्या गंभीर बीमारियों का इलाज पानी और अगरबत्ती से मुमकिन है. क्या थप्पड़ और बाल खींचकर मरीज़ ठीक हो सकते हैं. लोगों को अपने मायाजाल में फंसाने वाले एक मौलाना का क्या है पूरा सच.
मौलाना लोगों के बाल खींचकर, उन्हें धक्का देने को शर्तियां इलाज बताता है. वह गंभीर से गंभीर बीमारियों का पानी में फूंक मारकर इलाज करने का दावा करता है. अगरबत्ती घूमाकर हर रोग को छूमंतर करने का पाखंड करता है. इस मौलाना का आंडबर ऐसा है कि लोग इसके झासे में आ जाते हैं. वह लोगों के दुख-दर्द का फायदा उठाकर उन्हें अपने मायाजाल में ऐसा फंसाता है कि वो इसकी हर बात को पत्थर की लकीर मानते हैं.
लोगों को बेवकूफ बना रहा इस्लाम हुसैन
लोगों को बेवकूफ बनाने वाले इस मौलाना का नाम है इस्लाम हुसैन. उसका पेशा झाड़ फूंक और मारपीट कर वहां आने वाले मरीजों का इलाज करना है. वह यूपी के शामली जिले के जलालाबाद कस्बे की एक मजार में कई सालों से अंधविश्वास की दुकान चला रहा है. पानी में फूंक मारकर हर मर्ज का इलाज करने का पाखंड कर रहा है.
जी न्यूज को जब इस मौलाना के बारे में पता चला तो इसके दावे की पड़ताल करने हम उसी मजार पहुंचे. जहां ये अपनी दुकान लगाकर लोगों का झाड़-फूंक से इलाज कर रहा है. हमने देखा कि सैकड़ों परेशान लोगों की भीड़ जुटी हुई थी. कोई पथरी का मरीज है तो कोई किडनी की बीमारी से जूझ रहा है. कोई अपने बरसों पुराने घुटने के दर्द का इलाज करवाने यहां पहुंचा है. कई तो ऐसे हैं, जो प्रेत बाधा होने की बात कर रहे हैं.
खुद को बताता है इस्लाम का जिंदावली
मौलाना इस्लाम हुसैन अपने शार्गिदों के बीच बैठा रहता है और खुद को इस्लाम जिंदावली बताता है. गंभीर से गंभीर बीमारी को पानी में फूंक मारकर ठीक करने का दावा करता है. लोग हाथों में पानी की बोतल लिए इसके दरबार में खड़े हैं. अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे है.
पानी वाले पाखंड के बाद मौलाना लोगों की बीमारियां दूर करने के नाम पर अगरबत्ती घुमाकर इलाज करता है. वह इलाज के लिए पहुंचे सभी लोगों को एक-एक करके थप्पड़ मारता है और फिर उन्हें बाल पकड़कर नीचे गिरा देता है. क्या बच्चे, क्या बूढे...इसके इलाज का तरीका एक जैसा ही है. इलाज के लिए पहुंची छोटी बच्ची की परेशानी देखकर इसको तरस नहीं आ रहा...ये यहां भी अपना पाखंड करने लगता है.
हम तकरीबन 2 घंटे इसके पाखंड लोक में रहे.. यहां पर ये मौलाना फूंक मारने के अलावा, जिस महिला के बच्चे नहीं हो रहे हैं. उसके हाथ पैर बांध देता है. महिला का पति जब इसको अपनी परेशानी बताता है....तो ये उसकी परेशानी दूर करने के लिए ऐसा अजीबोगरीब तरीका आजमाता है.
ज़ी न्यूज के सवालों से आ गया सकते में
पहले हमने इस मौलाना के इलाज करने के तरीकों को पूरा देखा..फिर हमने उसके उसके इन अजीबोगरीब टोटको के बारे में पूछा तो ये सकते में आ गया.
उत्तरप्रदेश के शामली में बीमारियों के इलाज करने का यह पाखंड दशकों से चल रहा है. अब ये पाखंड का कारोबार पैतृक हो चुका है. जलालाबाद में चल रही पाखंड की दुकान लतीफ हुसैन ने ही खोली थी. कुछ साल पहले तक ये इस दरगाह पर झाड़फूंक करता था. बूढ़ा हुआ तो गद्दी बेटे को सौंप दी.. और आगे इसका पोता सद्दाम पाखंड का व्यापार चलाएगा.
जी न्यूज की अबतक की पड़ताल में साफ है कि मजार में मौलाना किस कदर इलाज के नाम पर पाखंड की दुकान चला रहा है. ऐसा पाखंड दशकों से चल रहा है...लेकिन अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया.
पाखंड के खेल में चेले भी देते हैं साथ
पाखंड के इस खेल में ये अकेला नहीं है. इसके दो चेले इस पाखंड के खेल में इसका साथ देते हैं और इसका महिमामंडन कर लोगों को अपने झांसे में फंसाते हैं. जब हमने मौलाना से उसके इलाज के तरीको पर बात की...और ये जानना चाहा कि अबतक वो कितने लोगों को ठीक कर चुका है,...तो वो एक-एक कर अपनी महानता गिनाने लगा...बताने लगा कि कैसे उसने लोगों को अपने इलाज से ठीक कर दिया
इस मौलाना के पाखंड के मायाजाल को बुनने वाले इसके चेलों के बारे में भी आपको बताते हैं. इन चेलों का नाम है गुलाब सिंह और जयवीर सिंह. जब हमारे सवालों के बीच मौलाना फंसने लगता है तो उससे बचाने के लिए गुलाब सिंह सामने आता है और मौलाना की कहानियां सुनाने लगता है. वो तो यहां तक दावा करने लगता है कि मौलाना ने AIDS और कैंसर तक का तक इलाज कर दिया है.
अब इसके दूसरे चेले जयवीर के बारे में आपको बताते हैं. जिसे मौलाना डॉक्टर के तौर पर परिचय कराता है. लेकिन हमारी पड़ताल में खुलासा होता है कि वो एमबीबीएस डॉक्टर नहीं एक झोला झाप डॉक्टर है. जो बिना डिग्री के लोगों का इलाज कर उनकी जान से खेलता है
अपना इलाज कराने अस्पताल भागता है मौलाना
देखा आपने मौलाना ही नहीं, उसके चेले भी अपनी झूठ की दुकान चला रहे हैं. वहीं जब हमने मौलाना से पूछा कि वो जब बीमार होते हैं तो कहां जाते हैं तो पता चला कि लोगों का झांड फूंक से इलाज करने वाला ये पाखंडी थोड़े से बुखार सर्दी में डॉक्टर के पास भागता है.
इस कबूलनाने के बाद मौलाना के चेले समझ चुके थे कि वो Operation Pakhandi 3.0 में फंस चुके हैं तो दोनों चेलों ने बोलना शुरू किया कि अरे मौलाना साहब मर्ज का इलाज नहीं करते, वो तो डॉक्टर ही करेगा, वो तो बस भूत प्रेत ठीक करते हैं.
इनकी लीपापोती पर जब हमने इनके ही दावों पर सवाल उठाए तो मौलाना और इसके चेलो ने नई कहानी सुनानी शुरू कर दी. इससे आप समझ गए होंगे कि जो खुद थोड़ा बीमार होने पर डॉक्टर के पास भागता है. वो कैसे लोगों की गंभीर बीमारियों को थप्पड, पानी और फूंक मारकर दूर कर सकता है. ऐसे में हम भारत में फैल रहे इस इलाज वाले पाखंड से आपको सावधान करते हैं. सरकार से ऐसी पाखंडियों पर सख्त एक्शन की मांग करते हैं.
(शिवांक मिश्रा की रिपोर्ट)