नई दिल्‍ली: मार्च में मई जैसा अहसास कराने वाली गर्मी इस महीने यानी अप्रैल में भी खूब सताएगी. मौसम विभाग (India Meteorological Department) का कहना है कि उत्‍तर और मध्‍य भारत को अप्रैल में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं. विभाग का पूर्वानुमान है कि यह महीना भी सूखा जाने वाला है. हालांकि, लू (Heat Wave) के प्रकोप से थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन दिन-रात का तापमान सामान्‍य से ज्‍यादा रहने का अनुमान है.


कुछ हिस्सों में कम होगी बारिश


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मौसम विभाग (Meteorological Department) ने इस बार कुछ हिस्सों में सामान्‍य से कम बारिश (Rain) के आसार जताए हैं, यानी आने वाले दिनों में मुश्किल बढ़ने वाली है. उत्‍तर भारत के तापमान में अगले कुछ दिन गिरावट का अंदेशा जताया गया है, लेकिन मध्‍य भारत में चार-पांच दिन लू की स्थिति बनी रहेगी. विभाग का कहना है कि इस महीने में पूर्वोत्‍तर भारत के कुछ हिस्‍से सामान्‍य से ज्‍यादा गर्म रह सकते हैं.


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मार्च को लेकर सटीक नहीं रही भविष्यवाणी


पिछले महीने सीजनल फोरकास्‍ट (मार्च-मई) में मौसम विभाग ने कहा था कि मार्च के महीने में उत्‍तर भारत में सामान्‍य से ठंडा मौसम रहेगा. जबकि हकीकत इस भविष्‍यवाणी के बिल्कुल उलट रही. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विभाग प्रमुख मृत्‍युंजय मोहपात्रा ने इसके पीछे दो वजहें बताईं हैं, पश्चिमी विक्षोभ का सामान्‍य से ज्‍यादा उत्‍तर की ओर होना और पश्चिमी राजस्‍थान और उससे सटे पाकिस्‍तान में एक एंटी-साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन का बनना.


अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या


विभाग ने गुरुवार को अप्रैल के लिए पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय स्‍तर पर बारिश सामान्‍य रहेगी. हालांकि उत्‍तर, मध्‍य और पूर्वोत्‍तर भारत के कुछ हिस्‍सों में सामान्‍य से कम बारिश के आसार हैं. वहीं दक्षिण भारत और उससे सटे इलाकों के अलावा पूर्वोत्‍तर में भी अच्छी बारिश दर्ज हो सकती है. बता दें कि चढ़ते पारे के साथ अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या भी बढ़ गई है. अस्पतालों में डायरिया, डिहाइड्रेशन, उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग के मरीज पहुंच रहे हैं.