नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए कोरोना वायरस स्ट्रेन ( New Coronavirus Strain) को देखते हुए ब्रिटेन (Britain) से भारत आए लोगों की जांच के लिए नई एडवाइजरी जारी की है. 25 नवंबर से लेकर आज तक, ब्रिटेन से भारत आए हर व्यक्ति की जांच होगी. जो लोग पिछले दो दिनों के दौरान ब्रिटेन से आए हैं उन्हें आइसोलेशन में रहना होगा.सरकार ने नए कोरोना वायरस के वेरिएंट के लिए जांच (New Coronavirus Strain Test) की अलग से व्यवस्था की है.


युवाओं को ले रहा चपेट में


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बता दें, हाल ही में ब्रिटेन में कोरोना वायरस (New Coronavirus Strain UK) का म्यूटेशन वायरस में 17 बदलावों के साथ हुआ है. ये वायरस सुपर स्प्रेडर बताया जा रहा है. चिंता की बात ये है कि ये युवाओं को चपेट में ज्यादा ले रहा है और पहले के वायरस की तुलना में ज्यादा खतरनाक है. ऐसे में 25 नवंबर से लेकर अब तक जो लोग ब्रिटेन से भारत आए हैं उनके लिए SOP जारी किया गया है.


देनी होगी 14 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री



21 से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आए यात्रियों में अगर कोरोना संक्रमण (Coronavirus) पाया जाता है तो इस खास स्ट्रेन के लिए अलग से टेस्ट कराना होगा. ये जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी कि वह ऐसे लोगों की 14 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री दे. इन्हें राज्य सरकार के आइसोलेशन सेंटर में ही रखा जाएगा. सैंपल को एनआईवी पुणे भेजा जा सकता है.


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14 दिनों तक सरकारी आइसोलेशन सेंटर



अगर संक्रमित व्यक्ति में साधारण कोरोना वायरस (Covid-19) पाया गया तो उसे होम आइसोलेशन भी दिया जा सकता है, लेकिन नया वेरिएंट पाया गया तो 14 दिन सरकारी आइसोलेशन सेंटर में बिताने होंगे. उसके बाद दोबारा टेस्ट किया जाएगा. 24 घंटे के अंतराल में दो बार सैंपल नेगेटिव आने पर ही छुट्टी मिलेगी. 25 नवंबर से अब तक ब्रिटेन से भारत आए लोगों की जानकारी 'ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन' संबंधित राज्य सरकारों को देगा.