वाह! देनी पड़ेगी दाद, दिल्ली-मेरठ RRTS पर हो गया कमाल, ट्रेन भी चलेगी; बिजली भी बनेगी
Ghaziabad के दुहाई में RRTS के डिपो को सोलर पावर से लैस कर दिया गया है. अधिकारियों ने कहा है कि यह सोलर पावर प्लांट 25 साल के कार्यकाल में हर साल लगभग 6,66,000 यूनिट की सौर ऊर्जा पैदा करेगा.
Delhi-NCR News: गाजियाबाद के दुहाई में RRTS के डिपो का सोलर पावर प्लांट (solar power plant) शुरू होने के साथ ही सौर ऊर्जा से संचालित होने लगेगा. RRTS का संचालन करने वाले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (National Capital Region Transport Corporation) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा है कि दुहाई डिपो में स्थापित इस सोलर प्लांट की अधिकतम क्षमता 585 किलोवाट की है. यह सोलर प्लांट अपने 25 साल के कार्यकाल में हर साल लगभग 6,66,000 यूनिट की सौर ऊर्जा पैदा करेगा. डिपो में कार्यशाला सहित कई भवनों में सौर पैनल लगाए गए हैं. इस तरह दुहाई डिपो एक 'Green Depot' के रूप में स्थापित हो गया है.
ऐप से होगी मॉनिटरिंग
अधिकारियों ने कहा कि इस सोलर प्लांट द्वारा बनाई गई सौर ऊर्जा न केवल डिपो की ऊर्जा जरूरतों को पूरी करेगे बल्कि अतिरिक्त बिजली का इस्तेमाल RRTS के अन्य परिचालनों में भी किया जाएगा. NCRTC ने कहा है कि सोलर पावर प्लांट से पैदा होने वाली बिजली की निगरानी और अनुकूलन एक अत्याधुनिक क्लाउड-आधारित ऐप द्वारा किया जाएगा. यह एडवांस टेक्नोलॉजी सौर ऊर्जा के बुनियादी ढांचे की पारदर्शिता, दक्षता और निर्बाध प्रबंधन सुनिश्चित करती है.
2021 में अपनाई थी ये सौर नीति
NCRTC ने मार्च 2021 में एक सौर नीति अपनाई थी जिसके तहत 5 सालों में स्टेशनों, डिपो और अन्य इमारतों की छत पर लगभग 11 मेगावाट की आंतरिक सौर ऊर्जा उत्पन्न करके नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी. आपको बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने साल 2070 तक नेट जीरो हासिल करने का लक्ष्य रखा है. इसी बात को ध्यान में रखकर तेजी से वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों पर काम चल रहा है. पीएम मोदी ने COP 26 में यह वादा किया है कि वो अपने देश में कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में काम करेगा. RRTS की इस पहल से आम लोगों के बीच भी एक अच्छा संदेश जाएगा.
(इनपुट: एजेंसी)