Pakistan News: शदानी दरबार पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक माना जाता है. इसकी स्थापना 1786 में संत सदाराम साहिब ने की थी. हिंदू अकीदतमंद वाघा बॉर्डर से सीधे सिंध के शादानी दरबार हयात पिताफी के लिए रवाना हो गए, जहां मुख्य समारोह और धार्मिक अनुष्ठान होंगे.
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Pakistan News: शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब की 316वीं जयंती मनाने के लिए रविवार को 84 हिंदू अकीदतमंदों का जत्था वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत से पाकिस्तान पहुंचा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. संत शदानी दरबार सिंध सूबे में मौजूद है. वीजा जारी करना, धार्मिक स्थलों की यात्रा पर पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल, 1974 के समझौते के अंतर्गत आता है.
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता गुलाम मोहयुद्दीन ने को बताया, ‘‘भगवान शिव के अवतार श्री गुरु स्वामी शदाराम की जयंती मनाने के लिए युशिष्ठर लाल की अगुआई में लगभग 84 हिंदू अकीदमंत का जत्था भारत से यहां पहुंचा.’’ उन्होंने कहा कि ईटीपीबी के अतिरिक्त सचिव सैफुल्ला खोखर ने वाघा सीमा पर अकीदमंदों का स्वागत किया और बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अता-उर-रहमान की तरफ से उन्हें गुलदस्ते भेंट किए.
हिंदू अकीदतमंद हुए रवाना
हिंदू अकीदतमंद वाघा बॉर्डर से सीधे सिंध के शादानी दरबार हयात पिताफी के लिए रवाना हो गए, जहां मुख्य समारोह और धार्मिक अनुष्ठान होंगे. अपने प्रवास के दौरान अकीदमंत दूसरे धार्मिक स्थलों का भी दौरा करेंगे, जिनमें योग माता मंदिर अकीलपुर, घोटकी, पानो अकील, सुक्कुर और ऐतिहासिक साधु बेला मंदिर शामिल हैं.
एक दिन बाद लौट आएंगे सभी अकीदतमंद
हिंदू अकीदमंद 14 जनवरी को ननकाना साहिब (सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की जन्मस्थली) में एक दिन बिताएंगे और अगले दिन भारत लौट आएंगे. नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान राजदूत ने इस आयोजन के लिए 94 भारतीय अकीदतमंद को वीजा जारी किए, लेकिन उनमें से केवल 84 ही पाकिस्तान गए.
शदानी दरबार क्या है?
शदानी दरबार पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक माना जाता है. इसकी स्थापना 1786 में संत सदाराम साहिब ने की थी. हर साल पूरे भारत से तीर्थयात्री संत सदाराम साहिब की जयंती मनाने के लिए इस मंदिर में आते हैं.
पौराणिक कथाओं के मुताबिक, संत सदाराम साहिब को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, उनका जन्म अक्टूबर 1708 में लाहौर में लोहाना खत्री परिवार में हुआ था. उन्हें भगवान राम के बेटे लव का वंशज भी माना जाता है. शदानी दरबार हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है. यह दरबार न सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध का प्रतीक है, बल्कि भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र भी है.