Rift in BJP: लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आए 17 दिन बीत चुके हैं. लेकिन यूपी की तमाम सीटों पर मिली हार पर रार थमने का नाम नहीं ले रही. चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट क्यों हारे. इसकी अब बीजेपी की '80 स्पेशल टीम' ने रिपोर्ट भी तैयार कर ली है.


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खबर है कि बीजेपी की 80 स्पेशल टीम ने जो रिपोर्ट तैयार की है वो लखनऊ प्रदेश मुख्यालय को भेज भी दी गई है. चर्चा है कि इस रिपोर्ट में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय विधायक और पूर्व सांसदों के बीच विवाद को बीजेपी कैंडिडेट की हार के लिए जिम्मेदार बताया है.


रिपोर्ट में सामने आई कमियों की फेहरिस्त


रिपोर्ट में इस बात का भी कहीं ना कहीं जिक्र किया गया है कि कई जिलों में मंत्री, विधायक और सांसदों के बीच ही एकजुटता नहीं थी और आपसी लड़ाई ने बीजेपी का खेल बिगाड़ दिया. रिपोर्ट मिलने के बाद बीजेपी जल्द ही सर्जरी करेगी.



 


खबर तो यहां तक है कि अगर भितरघात और अनुशासनहीनता पाई गई तो बड़े से बड़े नेता पर भी संगठन और पार्टी आलाकमान एक्शन ले सकता है. यानी इतना तो तय है कि बूथ स्तर से लेकर संगठन स्तर तक जल्द ही UP में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.


बीजेपी में कोल्ड वॉर जैसे हालात


चूंकि UP में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद से ही शीत युद्ध जैसे हालात बने हैं. कुछ दिनों पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और बीजेपी नेता संगीत सोम के बीच का शीतयुद्ध खुलकर सामने आया था. अब सिद्धार्थनगर से टकराव की तस्वीरें सामने आई. और यूपी के सिद्धार्थनगर में तो समीक्षा बैठक के लिए जुटे बीजेपी नेता आपस में ही भिड़ गए और देखते ही देखते एक दूसरे पर लात-घूंसे बरसाने लगे. 


बताया जा रहा है कि बीजेपी के कुछ लोगों ने जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए थे, जिसके बाद वहां जूतमपैजार शुरू हो गया और समीक्षा बैठक जंग के अखाड़ा में बदल गई. ये मारपीट तब हुई जब खुद बैठक में पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी, मथुरा के विधायक राजेश चौधरी, काशी के क्षेत्रीय महामंत्री सुशील तिवारी वहां मौजूद थे. फिलहाल मारपीट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है.