Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. एक फैक्ट्री का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में कर्मचारियों के हाथ से कलावा काट कर अलग करते देखा जा सकता है. कई कर्मचारियों के हाथ से कलावा काट कर एक जगह रखा गया और इसके बाद ही उन्हें फैक्ट्री में घुसने की अनुमति मिली. फैक्ट्री के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है.


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फैक्ट्री में कर्मचारियों को कलावा नहीं पहनने देने का तुगलकी फरमान


धर्म के शहर अयोध्या में इस घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यूजर्स की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. लोगों ने फैक्ट्री में कर्मचारियों को कलावा नहीं पहनने देने का तुगलकी फरमान जारी करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.



यहां देखें VIDEO



तिलक लगाने और प्रार्थना में हाथ जोड़ने से मना कर दिया था


बता दें कि उत्तर प्रदेश के लिए यह घटना नई नहीं है. इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें कलावा और तिलक के खिलाफ साजिश रची गई है. अमरोहा के गजरौला में एक मुस्लिम प्रिंसिपल ने ऐसा ही फरमान जारी किया था. पियर्स इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल मोहसिन ने छात्रों को कलावा बांधने, तिलक लगाने और प्रार्थना में हाथ जोड़ने से मना कर दिया था.


जुम्मे के दिन स्कूल में छुट्टी का ऐलान


इतना ही नहीं जुम्मे के दिन स्कूल में छुट्टी का ऐलान कर दिया था. प्रिंसिपल के फरमान का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध किया और स्कूल में जमकर हंगामा किया. जब प्रिंसिपल से इस फरमान के बारे में पूछा गया तो उसवे सीधे कह दिया कि मेरा स्कूल.. मेरी मर्जी. हंगामा बढ़ते देख प्रिंसिपल को अपना फैसला बदलना पड़ा और उसने हिन्दू छात्र के हाथ पर कलावा बांधा और उसे तिलक भी लगाया.


मुस्लिम टीचर ने छात्रों के तिलक और कलावा पर एतराज जताया था


ऐसा ही एक मामला रामपुर में सामने आया था, जब राजकीय इंटर कॉलेज धमोरा की एक मुस्लिम टीचर ने छात्रों के तिलक और कलावा पर एतराज जताया था. बच्चों ने पैरेंट्स से शिकायत की. परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल से बात की और टीचर के व्यवहार पर एतराज जताया. ABVP के लोगों ने प्रिंसिपल से इस मुद्दे पर बात की. हंगामा बढ़ते देख स्कूल इंतजामिया ने मुस्लिम टीचर फिरदौस के खिलाफ एक्शन लिया और उसे नौकरी से हटा दिया. साथ ही एक नोट बी जारी किया कि उनके स्कूल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी.