नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (Matsya Sampada Yojana) का शुभारम्भ किया. प्रधानमंत्री के बटन दबाते ही बिहार सहित 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस योजना के तहत 1700 करोड़ रुपये के कार्यक्रम शुरू हो गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ई-गोपाला ऐप
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई-गोपाला ऐप (e-Gopala app) भी लॉन्च किया और कहा कि यह ऐप किसानों और पशुपालकों के बहुत काम आएगा. ऐप से पशुपालकों को तकनीकी जानकारी मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पशुपालकों से बात भी की. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान बिहार में मछली पालन और पशुपालन क्षेत्रों में भी कई नई पहलों का भी शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar), केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj singh) ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया.


मत्स्य क्षेत्र पर केंद्रित योजना 
दरअसल, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना मत्स्य क्षेत्र पर केंद्रित योजना है, जिसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक लागू किया जाना है. इस पर अनुमानित रूप से 20,050 करोड़ रुपये का निवेश होना है.


ये भी पढ़ें- कंगना के समर्थन में अयोध्या के संत, कहा- 'मातोश्री' में भी अवैध निर्माण, उन्हें भी ध्वस्त किया जाये


20,050 करोड़ रुपये का निवेश
मत्स्य सम्पदा योजना के तहत, 20,050 करोड़ रुपये का निवेश मत्स्य क्षेत्र में होने वाला सबसे ज्यादा निवेश है. इसमें से लगभग 12,340 करोड़ रुपये का निवेश समुद्री, अंतदेर्शीय मत्स्य पालन और जलीय कृषि में लाभार्थी केन्द्रित गतिविधियों पर तथा 7,710 करोड़ रुपये का निवेश फिशरीज इन्फ्रास्ट्रक्चर (Fisheries Infrastructure) के लिए प्रस्तावित है. (इनपुट आईएएनएस)