Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन के दिन PM मोदी से मिलेंगी उनकी पाकिस्तानी बहन, भावुक कर देगी मुंहबोले रिश्तों की ये कहानी
Qamar Mohsin Shaikh: पाकिस्तानी महिला कमर मोहसिन शेख 27 सालों से हर साल भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को राखी भेज रही हैं. उन्होंने अपने पहले रक्षाबंधन को याद करते हुए कहा, `जब मैंने पहली बार नरेंद्र भाई को राखी बांधी थी तब वो RSS से जुड़े थे. मैं उनके लिए दुआ करती हूं कि वो स्वस्थ रहें और ऐसे ही आगे बढ़ते रहें.`
Qamar Mohsin Shaikh PM Modi's Sister: आपने पीएम मोदी की फैमिली खासकर माता-पिता और भाई-बहनों के बारे में जरूर सुना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 6 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं. सबसे पहले सबसे बड़े भाई सोमभाई मोदी, दूसरे नंबर पर अमृतभाई मोदी, फिर नरेंद्र मोदी, उनसे छोटे प्रह्लाद मोदी, फिर इकलौती बहन वसंतीबेन और सबसे छोटे पंकज मोदी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीएम मोदी की एक 'मुस्लिम' बहन भी हैं जिनका नाता पाकिस्तान से है. वह उन्हें तब से राखी बांध रही हैं, जब वो गुजरात (Gujarat) के मुख्यमंत्री थे. अब हैरान मत होइए कि PM Modi की बहन वो भी मुस्लिम, दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि वह पीएम मोदी की मुहबोली बहन हैं, जो करीब 30 साल से उन्हें जानती हैं और अपने भाई की तरह मानती हैं.
कौन है पीएम मोदी की बहन?
पीएम मोदी की इस मुस्लिम बहन का नाम कमर मोहसिन शेख हैं. वो एक पाकिस्तानी महिला हैं. अपनी शादी के बाद से भारत में बसीं पाकिस्तानी महिला कमर मोहसिन शेख रक्षाबंधन पर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बांधेंगी. वो हर साल प्रधानमंत्री मोदी के लिए हाथ से बनी राखियां बनाती हैं. वह प्रधानमंत्री को कृषि पर एक किताब भी उपहार में देंगी क्योंकि उन्हें पढ़ने का शौक है. इस बार अपने भाई के लिए उन्होंने एक खास लाल रंग की राखी बनाई है. उन्होंने कहा कि वह हर साल राखी के इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार करती हैं, ताकि अपने भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना कर सकें.
पीएम मोदी की 'राखी' बहन कमर मोहसिन शेख
कमर मोहसिन शेख 27 सालों से हर साल भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को राखी भेज रही हैं. भले ही उनका पीएम मोदी से खून का रिश्ता नहीं है, लेकिन करीब 30 सालों में दोनों के बीच बेहद भावनात्मक लगाव है. शेख का जन्म 1953 में पाकिस्तान में हुआ था. उन्होंने एक भारतीय व्यक्ति से शादी की और 1986 में भारत आ गईं. भारत में उनका कोई परिवार और रिश्तेदार नहीं था. इसलिए वो बेहद अकेलापन और खुद को अलग-थलग महसूस करती थीं. एक दिन उनकी मुलाकात नरेंद्र भाई से हुई, जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे. पहली मुलाकात में कमर मोहसिन शेख को नरेंद्र भाई का स्वभाव और व्यवहार अपने प्रति दयालु और सम्मानजनक लगा. उन्होंने उनके साथ एक पारिवारिक जुड़ाव महसूस किया.
दिल छू लेने वाली कहानी
शेख की कहानी याद दिलाती है कि भले ही भारत और पाकिस्तान संघर्ष और तनाव का एक बेहद लंबा दौर चल रहा है. लेकिन फिर भी कुछ ऐसे लोग हैं जो ये बात मानते हैं कि दुश्मनों के बीच शांति और भाईचारा भी संभव है. कमर मोहसिन शेख की कहानी दिल छू लेने वाली है जो मानवीय जुड़ाव की ताकत को दिखाती है.
30 साल पहले पाकिस्तान से भारत आईं शेख ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दिनों से ही पीएम मोदी को राखी बांधती आ रही हैं. जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब भी उन्होंने अपने भाई को राखी बांधी थी. कोविड-19 महामारी के दौरान, लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के प्रतिबंधों के कारण वह पिछले कुछ सालों से प्रधानमंत्री को राखी बांधने में असमर्थ थीं. इसलिए उन्हें डाक से राखी भेज रही थीं.