PM Modi Tejas sortie: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज खुद स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में सवार हुए और इसकी हर बारीकी को करीब से समझा. सबको चौंकाते हुए पीएम मोदी ने इंडियन एयरफोर्स की पोशाक में तेजस की सवारी की. इसे पीएम मोदी का 'नायक' अवतार कहना गलत नहीं होगा. पीएम ने तेजस के साथ हवा में 45 मिनट बिताए. इतना ही नहीं उड़ान के दौरान उन्होंने विमान के कंट्रोल को खुद ऑपरेट भी किया.


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पीएम मोदी ने शेयर किया तेजस का अनुभव


45 मिनट की उड़ान के बाद प्रधानमंत्री ने तेजस के साथ बिताए वक्त का अनुभव भी शेयर किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा 'सफलतापूर्वक तेजस की उड़ान भरी. इसके लिए गर्व है.' पीएम मोदी ने कहा कि इस अनुभव से देश की स्वदेशी क्षमताओं पर उनका भरोसा बढ़ा है. यह अनुभव अविश्वसनीय था, जिससे हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं के प्रति मेरा विश्वास और भी बढ़ गया और हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना पैदा हुई.



विश्व में किसी से कम नहीं..


उन्होंने आगे लिखा कि मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं. भारतीय वायुसेना, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.


यहां देखें वीडियो



तेजस की खूबियां


  • तेजस एमके-1ए हल्का लड़ाकू विमान स्वदेशी रूप से डिजाइन और तैयार किया गया फोर्थ जनरेशन का लड़ाकू विमान है. 

  • तेजस में कई उन्नत विशेषताएं हैं जैसे: दृश्य सीमा से परे मिसाइल क्षमताएं, हवा से हवा में ईंधन भरना और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियार.

  • तेजस एक इंजन के साथ पूरी तरह से हथियारों से लैस हल्का लड़ाकू विमान है.

  • इसमें लंबी दूरी की 'दृश्य सीमा से परे' मिसाइलें शामिल हैं जो दुश्मन के विमानों को सुरक्षित दूरी से मार गिरा सकती हैं.


पीएम ने किया एचएएल का दौरा


उड़ान के बाद पीएम मोदी ने बेंगलुरु के एचएएल यानी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड फैसिलिटी का भी दौरा किया. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बेंगलुरु पहुंचे और रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) एचएएल का दौरा कर उसके विनिर्माण संयंत्र में चल रहे काम की समीक्षा की. प्रधानमंत्री रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं और इस बात पर प्रकाश डाल रहे हैं कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है.


तेजस को खरीदना चाहते हैं कई देश 


कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है. अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री की हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान एमके-टू-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन बनाने को लेकर एचएएल के साथ एक समझौता किया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस साल अप्रैल में कहा था कि 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के अब तक के सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा था कि यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)