नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पीएम राज्यों के मुख्यमंत्रियों से राज्यों की स्थितियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं. बैठक की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेजेंटेशन दिया इसके बाद चर्चा की शुरुआत हुई. सबसे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी बात रखी. इस दौरान पीएम मोदी गमछे का मास्क पहने नजर आए. उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि आप लोगों के लिए मैं 24*7 उपलब्ध हूं.


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बैठक में सीएम अमरिंदर सिंह और अरविंद केजरीवाल समेत चार मुख्यमंत्रियों ने देश में लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की. उधर, पीएम से संवाद में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मेरे राज्य की GDP गिर रही है. उन्होंने कोविड 19 से लड़ने के लिए केंद्र से मदद राशि मांगी है. फिलहाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम से बातचीत कर रहे हैं. 


आपको बता दें कि ओडिशा और पंजाब ने पहले ही अपने राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया है. इससे पहले बी सभी राज्य और विशेषज्ञ पीए से देश में लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग कर चुके हैं. जानकारों का मानना था कि जब देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या कम थी, तब 21 दिन के लिए लॉकडाउन किया गया. आज तो ये संख्या 6700 के पार पहुंच गई है. तब क्या लॉकडाउन में किसी तरह की छूट दी जानी चाहिए? पिछले एक सप्ताह से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में इस लॉकडाउन को कम से कम 14 दिन के लिए और बढ़ा देना चाहिए. कई राज्य सरकारें इस बात का समर्थन किया था.


दूसरी तरफ, आंकड़े बता रहे हैं कि देश के लगभग 400 जिले कोरोना से अछूते हैं. उसी तरह, उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों में कोरोना के मामले नहीं हैं. हैं भी, तो न के बराबर. ऐसे में उन राज्यों या उन जिलों में, आंतरिक तौर पर लॉकडाउन क्या हटा नहीं देना चाहिए?


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