नागपुर: माल ढुलाई में समय बचाने की दिशा में भारतीय रेलवे ने एक और नया रिकॉर्ड बना दिया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 251 वैगन वाली ‘शेषनाग’ ट्रेन गुरुवार को पटरियों पर उतार दी. ट्रेन को नागपुर डिवीजन से कोरबा के बीच चलाया गया. ट्रेन ने 6 घंटे में करीब 260 किमी का सफर तय किया.


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इससे पहले बुधवार को ‘सुपर एनाकोंडा’ ट्रेन चलाई गई थी. 2 किमी लंबी ‘सुपर एनाकोंडा’ में तीन इंजन का इस्तेमाल किया गया और उसमें 15 हजार टन का वजन लोड था. 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन ने सवा दो घंटे में ओडिशा के लाजकुरा से राउरकेला का सफर तय किया था. लेकिन एक दिन में  ही ‘शेषनाग’ ने ‘सुपर एनाकोंडा’ को पीछे छोड़ दिया.


रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके शेषनाग को इंडियन रेलवे की सबसे लंबी ट्रेन बताया है.



असल में रेलवे लगातार माल ढोने के समय और लागत बचाने पर काम कर रही है इसीलिए कई बोगियों वाली ट्रेनों को आपस में जोड़कर एक नया फॉरमेशन बनाने का प्रयोग किया जा रहा है. ऐसी ट्रेन कम वक्त में एक साथ ज्यादा माल ले जा सकती है.


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‘सुपर एनाकोंडा’ में भी 6 हजार हॉर्स पावर के तीन इंजन लगाए गए और तीन मालगाड़ियों को जोड़कर 2 किमी लंबी ट्रेन बनाई गई. ट्रेन में 177 लोडेड वैगन जोड़े गए, जिसके जरिए 15 हजार टन का वजन भेजा गया. रेल मंत्रालय के मुताबिक करीब 1 करोड़ रुपए का सामान एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया गया. इस ट्रेन ने 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से सवा दो घंटे में ओडिशा के लाजकुरा से राउरकेला का सफर तय किया था.


फिलहाल लंबाई और माल ढोने की क्षमता के मामले में ‘शेषनाग’ ने ‘सुपर एनाकोंडा’ को एक दिन में ही पीछे छोड़ दिया है. लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में रेलवे ऐसे और प्रयोग करेगा और नए रिकॉर्ड बनेंगे.


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