Beawar, Ajmer News: राजस्थान के अजमेर के ब्यावर क्षेत्र में रबी की फसल की बुआई के बाद यूरिया खाद की मांग बढ़ गई है. गेंहू, जौ और चने की फसल के लिए यूरिया खाद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. हालांकि ब्यावर उपखंड में यूरिया खाद की किल्लत तो नहीं है, लेकिन एक साथ काश्तकारों की जरूरत पूरी नहीं हो रही है. क्रय-विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से काश्तकारों को यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति की जा रही है. 


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समिति की ओर से पूर्व में दी गई मांग के अनुसार समिति को 6 सौ यूरिया खाद के कट्टों की सप्लाई प्राप्त हुई. खाद के कट्टों की सप्लाई मिलते ही दो दिनों से यूरिया खाद का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे खिल उठे. क्रय-विक्रय सहकारी समिति के राजीव पारासर ने बताया कि समिति की ओर से 13 हजार कट्टों की डिमांड भेजी गई है, जिसके तहत अब तक समिति को 1480 कट्टों की आपूर्ति हो चुकी है. पारासर ने बताया कि मांग के अनुरूप समिति को सप्लाई मिल रही है, जिसके चलते काश्तकारों को जरूरत के हिसाब से कट्टें दिए जा रहे है.


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इसके साथ ही पारासर ने बताया कि समिति के स्टाक में डीएपी खाद के भी 8 सौ कट्टें पड़े है, जिन्हें 1350 रुपये की कीमत पर काश्तकारों को उपलब्ध करवाया जा रहा है. मालूम हो कि यूरिया खाद का 45 किलों वजनी कट्टा किसानों को आधार कार्ड के आधार पर 267 रूपये की कीमत पर दिया जा रहा है.


Reporter: Dilip Chouhan


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