नसीराबाद, जहां से अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुआ बगावत का शंखनाद
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नसीराबाद, जहां से अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुआ बगावत का शंखनाद

देश के पटल पर ऐतिहासिक छावनी के रूप में शूमार नसीराबाद का 205 वां स्थापना दिवस सदर बाजार स्थित युवक पठनालय में समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर 104 साल साल पुराने युवक पठनालय का 105 वां स्थापना दिवस भी मनाया गया.

नसीराबाद, जहां से अंग्रेजों के खिलाफ शुरू हुआ बगावत का शंखनाद

Nasirabad, Ajmer News: देश के पटल पर ऐतिहासिक छावनी के रूप में शूमार नसीराबाद का 205 वां स्थापना दिवस सदर बाजार स्थित युवक पठनालय में समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर 104 साल साल पुराने युवक पठनालय का 105 वां स्थापना दिवस भी मनाया गया. कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती की पूजा  के साथ की.

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युवक पठनालय नसीराबाद के अध्यक्ष प्रवीनचंद्र गदिया एवं महामंत्री राजेंद्र राठी ने इस बारे में जानकारी दी कि नसीराबाद की स्थापना 20 नवंबर 1818 में की गई थी. यहां पर अंग्रेजों ने अपनी छावनी स्थापित की थी. जिससे इस क्षेत्र के हिंदुस्तानियों पर आसानी से कंट्रोल किया जा सके. लेकिन अंग्रेजों  के जरिए स्थापित यही छावनी उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत साबित हुई और अंग्रेजो के खिलाफ बगावत का शंखनाद मारवाड़ में यहीं से 1857 में आरंभ हुआ.

 ऐसी महत्वपूर्ण छावनी का स्थापना दिवस धूमधाम से उल्लास पूर्वक आयोजित किया गया. समारोह की मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी अंशुल आमेरिया, अध्यक्ष नगरपालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन अनीता मित्तल एवं विशिष्ट अतिथि नगरपालिका पार्षद सरोज बिस्सा थी. कार्यक्रम का सफल संचालन बीना गर्ग एवं शिवकुमार शर्मा ने किया.

नसीराबाद के स्थापना दिवस के मौके पर स्थानीय कवियों ने देश भक्ति एवं श्रृंगार रस का काव्य पाठ भी किया. कार्यक्रम के दौरान शहर की विभिन्न प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह एवं माल्यार्पण के जरिए अभिनंदन किया गया. इस मौके पर नन्ही बालिकाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके कार्यक्रम को रोचक बनाया. 

उपखंड अधिकारी अंशुल आमेरिया ने कार्यक्रम में कहा कि वर्तमान युग को देखते हुए ई- लाइब्रेरी की स्थापना की जाए जिससे युवा एवं बच्चों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने इस ऐतिहासिक छावनी के स्थापना दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं जारी रखने का भी सुझाव दिया. जिससे क्षेत्रवासियों को ही नहीं बल्कि अन्य व्यक्तियों को भी इस महत्वपूर्ण छावनी के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल हो सके. नसीराबाद के स्थापना दिवस का कार्यक्रम देर शाम तक चले कार्यक्रम मे उन्होंने कहा कि इसके इतिहास का व्यापक प्रचार प्रसार करके आमजन में देशभक्ति का जजबा जाग्रत करने पर भी जोर दिया.

युवक पठनालय नसीराबाद के अध्यक्ष अध्यक्ष प्रवीणचंद गदिया ने कार्यक्रम के दौरान सुझाव दिया कि शहर में विशाल कवि सम्मेलन हुए कई वर्ष बीत गए और स्थापना दिवस के इस मौके पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाए. जिस पर नगरपालिका अध्यक्ष अनीता मित्तल ने नगरपालिका कार्यालय में शीघ्र विचार विमर्श करके विशाल कवि सम्मेलन आयोजित कराने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि 100 साल से अधिक पुराने इस युवक पठनालय के वजूद को कायम रखने के लिए किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी एवं हर संभव सहयोग करने का प्रयास किया जाएगा.

 देश के ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न दार्शनिक और लेखकों का यह मत रहा है कि किसी भी देश का भविष्य बच्चों में निहित होता है और उन बच्चों को प्रेरणा वर्धक पुस्तकें दे दी जाए तो वह देश निश्चित रूप से प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर होता है. सौ साल से अधिक पुराने इस युवक पठनालय को प्रशासनिक स्तर पर जो आर्थिक मदद मिल रही थी वह भी बंद कर देने पर अफसोस जाहिर किया और बताया कि इस युवक पठनालय का आर्थिक सहयोग पुन: आरंभ कराया जाए. जिससे नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी इस लाइब्रेरी का वजूद कायम रह सके. उल्लेखनीय है कि इस लाइब्रेरी में सैकड़ों ऐसी पुस्तकें हैं जो काफी दुर्लभ है और बच्चों के लिए बेहद उपयोगी होने को नकारा नहीं जा सकता.

Reporter: Ashok Bhati

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