Sachin Pilot Jan Sangharsh Yatra : देश में यात्रा और सियासत का बेहद पुराना इतिहास रहा है. अब राजस्थान में यात्रा के जरिए एक और इतिहास गढ़ने की तैयारी है. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट 11 मई से जन संघर्ष यात्रा निकाल हैं, लेकिन सचिन पायलट के इस यात्रा में एक भी विधायक शामिल नहीं होगा. यहां तक पायलट समर्थक विधायक भी इस 125 किमी यात्रा में शामिल नहीं होंगे.


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दरअसल पायलट की यह यात्रा एकला चलो की रणनीति के साथ है. जिसमें सचिन पायलट ही मुख्य किरदार होंगे. पूरी यात्रा सचिन पायलट के इर्द-गिर्द ही होगी. लिहाजा ऐसे में विधायकों को इस यात्रा से दूर रहने की सलाह दी गई है. यात्रा की शुरुआत से पहले सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा कि मजबूत इरादे, अडिग हौसला और हृदय में एक दृढ़संकल्प लेकर मैं निकला हूँ अजमेर की ओर, “जन संघर्ष” यात्रा का आरंभ करने.


 



पिछले महीने 11 मार्च को जयपुर के शहीद स्मारक पर सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ वसुंधरा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार पर एक्शन ना लेने को लेकर एक दिन का अनशन किया था. पायलट के इस अनशन में भी विधायकों को कार्यक्रम से दूर रहने की हिदायत दी गई थी, हालांकि विधायकों के अलावा बड़ी संख्या में पायलट समर्थक अनशन में शामिल हुए थे, जिसमें पूर्व विधायक और पीसीसी के कई पदाधिकारी भी थे.


कुलमिलाकर अब सचिन पायलट की इस यात्रा में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिलेगा. भले ही पायलट समर्थक विधायक इसमें शामिल ना हो रहे हो, लेकिन उनके इलाके से बड़ी संख्या में समर्थकों के पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है. 5 दिन में 125 किमी नाप कर सचिन पायलट दिल्ली तक सन्देश देना चाहते हैं. साथ ही वो जमीनी स्तर पर सहानभूति बटोर सकते हैं.


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