Ajmer: सरवाड़ नगरपालिका में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता भंवरलाल मीणा ड्युटी से नदारद रहने के कारण सभी विकास कार्य ठप्प पड़े हैं. वहीं आम जनता को छोटे मोटे कामकाज के लिए नगरपालिका के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. इसके बावजूद काम नहीं हो रहा है जिसके चलते शहरवासियों में गहरा जनाक्रोश है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरवाड़ नगर पालिका में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता भंवर लाल मीणा आए दिन अवकाश पर रहते हैं जिसके चलते सरवाड़ शहर का विकास ठप पड़ा है. मीणा कभी बीमारी का तो कभी घर में पारिवारिक परेशानी का हवाला देकर छुट्टी पर चले जाते हैं. आए दिन छुट्टी पर रहने के चलते नगर पालिका में कामकाज बंद सा हो गया है.


वहीं शहरवासी छोटे-छोटे कामकाज के लिए नगरपालिका के चक्कर काटने को मजबूर हैं. लोगों के चक्कर काटने के बावजूद उनके काम तो नहीं हो रहे है, बल्कि उनको मिल रही है तारीख पर तारीख जिसके चलते लोग खासे परेशान हैं. दो दर्जन से अधिक लोग ऐसे हैं जो भवन निर्माण स्वीकृति के लिए रोजाना नगरपालिका के चक्कर काटते हैं लेकिन कनिष्ठ अभियंता की रिपोर्ट के अभाव में भवन निर्माण स्वीकृति अटकी हुई है.


सरवाड़ शहर के सभी विकास कार्य कनिष्ठ अभियंता के अनुपस्थित रहने के कारण बंद से है. कनिष्ठ अभियंता के नही होने के चलते नए टेंडर नहीं हो पा रहे हैं वही ठेकेदारों द्वारा कराए गए कार्यों का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है जिसके चलते ठेकेदार दर-दर भटकने को मजबूर है. सरवाड़ नगर पालिका अध्यक्ष छगन कंवर राठौड़ ने शहर के सौंदर्य करण के लिए कई योजनाओं को मूर्त रूप देने का मानस बनाया जिसके चलते सरवाड़ शहर के दोनों तरफ से स्वागत द्वार एवं दरगाह जाने वाले रास्ते पर तालाब की पाल पर सौंदर्य करण करवाना प्रमुख है लेकिन कनिष्ठ अभियंता के नदारद रहने के कारण उक्त योजना गति नहीं पकड़ पा रही है


नगर पालिका के एक दर्जन पार्षदों ने पूर्व चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा को पत्र लिखकर नगरपालिका कनिष्ट अभियंता को तुरंत हटाने की मांग की है ताकि विकास कार्य गति पकड़ सके वहीं आम आवाम के छोटे-मोटे कामों का निस्तारण हो सके.


यह भी पढ़ें..


देश के एकमात्र चौथ माता मंदिर में जलती है रहस्यमई अखंड ज्योत, दर्शन के लिए चढ़नी पड़ती है 700 सीढ़ियां


सियासी तकरार के बीच अशोक गहलोत सरकार ने शुरू की बजट की तैयारी, मांगे जा रहे सुझाव