Alwar News: बाल अपचारियों के बौद्धिक विकास के लिए बाल संप्रेषण गृह में लगी ओपन जिम के बाद  इनके जीवन में बदलाव आएगा.  बाल अपचारियों के बौद्धिक विकास के लिए बाल संप्रेषण गृह अलवर में ओपन जिम लगाई गई है. जिसमें शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ पढ़ने लिखने की किताबें भी उपलब्ध कराई गई है. जिससे में इन बाल अपचारियों के जीवन में रोशनी की किरण नजर आई है. सलाखों के पीछे रहते हुए अब बाल अपचारी शिक्षा ले रहे हैं. जिससे सजा पूरी होने के बाद वो समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें. शहर के हसन खां मेवात नगर में राजकीय संप्रेक्षण गृह में 18 वर्ष से कम उम्र के बाल अपचारियों को रखा जाता है.


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18 उम्र के बाद उनको जयपुर शिफ्ट कर दिया जाता है. सजा पूरी होने के बाद अभी तक बाल अपचारी अपराध के रास्ते को चुनते थे, तो कुछ जीवन की राह में भटक जाते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.अलवर के बाल संप्रेषण ग्रह में बाल अपचारी अब शिक्षा ग्रहण कर रहे है. बाल संप्रेषण गृह के अधीक्षक संजय वर्मा ने बताया विधि से संघर्षरत बालक यहां शिक्षा ले रहे हैं. आठवीं, दसवीं, बारहवीं, आदि की परीक्षा दे रहे है. तो कुछ बालक ITI में हुनर सीख रहे है. इसके अलावा पोस्टर लेखन, पेटिंग व अन्य प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीत कर प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं.


ऐसे बालकों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाता है. बालकों के लिए ओपेन जिम, पीटी व खेलकूद की भी व्यवस्था की गई है. इससे बालक स्वस्थ रह सकेंगे और डिप्रेशन व मानसिक तनाव जैसी परेशानियों भी दूर रहेंगे.