अधिकारियों की लापरवाही: सरिस्का धधकता रहा, अफसर ड्राइवर बनकर अंजली तेंदुलकर को घुमाते रहे
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अधिकारियों की लापरवाही: सरिस्का धधकता रहा, अफसर ड्राइवर बनकर अंजली तेंदुलकर को घुमाते रहे

राजस्थान के अलवर के सरिस्का वन क्षेत्र में रविवार शाम को लगी आग आज तीसरे दिन तक भी नहीं बुझ पाई है. आग का दायरा कम होने के बजाए हवा चलने से बढ़ता चला गया. इसमें आग बुझाने में बॉर्डर होमगार्ड, वनकर्मी सहित अलवर, दौसा और जयपुर वन मंडल के वनकर्मियों सहित आसपास के ग्रामीण लोग आग बुझाने में जुटे हैं. 

सेना के दो हेलीकॉप्टर लगातार दो दिन से चॉपर से पानी लाकर आग वाले पहाड़ी क्षेत्र में फैला रहे हैं.

Alwar: राजस्थान के अलवर के सरिस्का वन क्षेत्र में रविवार शाम को लगी आग आज तीसरे दिन तक भी नहीं बुझ पाई है. आग का दायरा कम होने के बजाए हवा चलने से बढ़ता चला गया. इसमें आग बुझाने में बॉर्डर होमगार्ड, वनकर्मी सहित अलवर, दौसा और जयपुर वन मंडल के वनकर्मियों सहित आसपास के ग्रामीण लोग आग बुझाने में जुटे हैं. वहीं, सेना के दो हेलीकॉप्टर दो दिनों से लगातार पहाड़ों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं. वहीं, वन विभाग के अधिकारियों पर इसमें लापरवाही के आरोप भी लग रहे हैं. 

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दरअसल रविवार को शाम को जब आग लगी तो इसकी सूचना एक रेंजर ने वायरलेस पर अधिकारियों को दी, लेकिन अधिकारियों ने आग की चिंता करने की बजाय सरिस्का भृमण पर आई सचिन तेंदुलकर की पत्नी सरिस्का सफारी कराना प्राथमिकता समझा. अलवर के सरिस्का वन क्षेत्र में रविवार को लगी आग का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. बताया जा रहा है रविवार शाम को लगी आग करीब 8 से दस वर्ग किलोमीटर तक फैली थी, लेकिन मंगलवार तक यह आग करीब 15 किलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र में फैल गई. आग पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, लेकिन आग पहाड़ी में ऊपर की तरफ लगी होने की वजह से वहां तक संसाधन नहीं पहुंच पा रहे हैं. वन विभाग के फारेस्ट होमगार्ड से लेकर नेचर गाइड और दौसा, जयपुर और अलवर वनमण्डल के वनकर्मी लगातार आग बुझाने में प्रयासरत हैं. वहीं, सेना के दो हेलीकॉप्टर लगातार दो दिन से चॉपर से पानी लाकर आग वाले पहाड़ी क्षेत्र में फैला रहे हैं, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा रहा.

इस आग की वजह से वन्य जीवों की जान का खतरा भी मंडरा रहा है. दरअसल जिस क्षेत्र में आग लगी है वहां बाघिन एसटी 17 अपने शावकों के साथ 26 मार्च को नजर आयी थी. साथ ही एसटी 20 और 23 का भी आवास इसी क्षेत्र में रहा है. इसके साथ सरिस्का में कुल 27 बाघ, बाघिन और शावक मौजूद हैं. वहीं, 300 से ज्यादा जरख, 200 से ज्यादा पैंथर और दस हजार से ज्यादा सांभर, चीतल, सुअर और नीलगाय सहित अन्य वन्य जीव हैं.

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इस आग से करीब 1500 हेक्टेयर वन संपदा का नुकसान हो चुका है. आग अभी भी बुझ नहीं पाई है. वहीं, इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है. दरअसल यह आग रविवार शाम को लगी थी. जानकारी के अनुसार रेंजर जितेंद्र ने वायरलेस पर इसकी जानकारी अधिकारियों को दी, लेकिन अधिकारियों ने इसे हल्के में लिया. क्योंकि अधिकारी स्वयं सीसीएफ आरएन मीणा और डीएफओ सुदर्शन शर्मा सहित अन्य लोग सरिस्का भृमण पर आई सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजली तेंदुलकर की पत्नी की आवभगत में लगे थे. सीसीएफ स्वयं गाड़ी चलाकर उन्हें सरिस्का में टाइगर की साइटिंग कराने के गए और उनकी दो-दो टाइगर की साइटिंग के वीडियो फोटो भी बनाये, लेकिन अधिकारी जंगल में लगी आग से बेपरवाह बने रहे, जिसका नतीजा यह रहा एक बड़ा नुकसान सामने आया है. वहीं, देर शाम कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली भी देर शाम सरिस्का पहुंचे और अधिकारियों को संसाधन और बढ़ाने के निर्देश दिए.

Report: Jugal Kishor Gandhi

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